नई दिल्ली। यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर मंतर पर 14 दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों को उम्मीद है कि रविवार को होने वाली खाप महापंचायत में उन्हें अपनी लड़ाई को लेकर बड़ा बल मिलेगा। धरने पर बैठीं विनेश फोगाट ने कहा कि समर्थकों से हमारा मनोबल बढ़ा है। हम यहां मौजूद लोगों के अलावा सारे देश का आभार प्रकट करते हैं, जो हमारा समर्थन कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सफलता मिलेगी जिससे सच की जीत होगी।
रविवार को जंतर-मंतर पर सर्वखाप महापंचायत बुलाई गई है, जिसमें पहलवानों की इस लड़ाई में आगे की रणनीति पर फैसला होगा। इसके अलावा आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने के लिए 31 और नौ सदस्यीय दो समितियों का गठन किया गया है। इस महापंचायत में अहम फैसला हो सकता है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर पहलवानों से धरना समाप्त करने की मांग कर चुके हैं। बजरंग कह चुके हैं कि अगर महापंचायत उन्हें धरना समाप्त करने को कहेगी, तो वे धरनास्थल से उठ जाएंगे।
चौबीसी सर्वखाप पंचायत के आह्वान पर शनिवार को हरियाणा के महम में हरियाणा की विभिन्न खाप पंचायतों की शनिवार को बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता महम चौबीसी के प्रधान मेहर सिंह नंबरदार ने की। प्रधान के कार्यालय में आयोजित बैठक में लगभग 65 खाप प्रतिनिधि सहित अन्य लोगों ने भाग लिया। पंचायत में दिल्ली में धरनारत खिलाड़ियों का समर्थन करने का निर्णय लेते हुए रविवार को जंतर-मंतर पर पहुंचने का फैसला लिया गया।
एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश ने कहा कि रविवार को यहां काफी संख्या में समर्थक एकत्रित होंगे। खाप पंचायतें, किसान और मजदूर संगठन भी हमारे समर्थन के लिए आएंगे। ऐसे में हम सभी से अपील करते हैं कि शांति बनाए रखे। हमारी सफलता शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर निर्भर है। हमारी समर्थकों से यह भी गुजारिश है कि वे प्रशासन और पुलिस के साथ सहयोग करें। साथ ही पुलिस से भी आग्रह है कि हमारे समर्थकों को धरना स्थल पर आने से न रोकें।
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग ने रविवार को देशवासियों से कैंडलमार्च निकालने की अपील की, ताकि आंदोलनरत पहलवानों के प्रति एकजुटता दिखाई जा सके। उन्होंने कहा कि हम सात मई को सात बजे कैंडलमार्च निकालेंगे। सभी लोगों से इसमें शामिल होने की अपील है। अन्य ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने कहा कि हमने अभी आगे की रणनीति तय नहीं की है। हमारे वकील इस पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस की जांच के बाद हम निचली अदालत में जाने पर कोई निर्णय लेंगे।