प्रयागराज। यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए बोर्ड की तरफ से पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा के दौरान इस बार बड़ी संख्या में प्रॉक्सी परीक्षार्थियों के सामने आने के बाद बोर्ड की चिंता बढ़ गई है।
यूपी बोर्ड परीक्षा में प्रॉक्सी परीक्षार्थियों (फर्जी परीक्षार्थी) पर नकेल कसने के लिए बोर्ड की तरफ से परीक्षा केंद्रों पर फेस रीडिंग की व्यवस्था करने की तैयारियों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। फर्जी परीक्षार्थियों पर अंकुश लगाने के लिए बोर्ड प्रत्येक केंद्र पर फेस रीडर लगाने की योजना पर विचार कर रहा है।
यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए बोर्ड की तरफ से पिछले कुछ वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा के दौरान इस बार बड़ी संख्या में प्रॉक्सी परीक्षार्थियों के सामने आने के बाद बोर्ड की चिंता बढ़ गई है।
आने वाले वर्षों में प्रॉक्सी परीक्षार्थियों पर अंकुश लगाने के लिए बोर्ड नई व्यवस्था बनाने की योजना बना रहा है। हालांकि इस बारे में बोर्ड के अधिकारी अभी कुछ भी खुल कर नहीं बोल रहे हैं। सूत्रों की माने तो अगर सब कुछ सही रहा तो फेस रीडिंग की व्यवस्था इसी वर्ष से परीक्षा केंद्रों पर लागू हो जाएगी।
उधर, इस बारे में बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ला का कहना है कि यूपी बोर्ड परीक्षा में हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी परीक्षा में शामिल होते हैं। इस बार 2024 की दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के लिए 55 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।
फिलहाल परीक्षा केंद्रों पर इतनी बड़ी संख्या में परीक्षार्थियाें की फेस रीडिंग कराना मुश्किल है। लेकिन भविष्य में इस पर विचार किया जा सकता है। इसके अलावा बोर्ड प्रॉक्सी परीक्षार्थियों पर अंकुश लगाने के लिए अन्य विकल्प भी देख रहा है।