क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि जोर से छींकते-खांसते या हल्का सा झटका लगने पर अचानक यूरिन निकल आया हो। यह समस्या काफी कॉमन है और महिलाओं में तो यह अक्सर देखी जाती है। यह कई बार शर्मिंदगी का भी कारण बनती है। मेडिकल की भाषा में हम इस बीमारी को यूरिनरी इनकॉन्टिनेंस कहते हैं, जिसमें न चाहते हुए भी ब्लैडर में स्टोर यूरिन अपने आप ही निकल जाता है।
मिश्का आईवीएफ सेंटर की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट, इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. रूचि भंडारी कहती हैं, ‘व्यायाम करने, छींकने, खांसने या जोर से हंसने के दौरान जब यूरिन लीकेज की समस्या आती है, तो इसे कमजोर पेल्विक फ्लोर के सबसे आम लक्षणों में से एक माना जाता है। पेल्विक फ्लोर मासपेशियों का एक ग्रुप होता है, जो मूत्राशय, गर्भाशय और आंत्र को सहारा देता है। जब ये मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, तो वे इन अंगों को ठीक से सहारा नहीं दे पाती हैं, और हल्का सा दबाव पड़ने पर यूरिन लीकेज की समस्या हो जाती है।’ चलिए जानते हैं वो 4 संकेत जो बातएंगे कि आपका ब्लैडर कमजोर हो चुका है।
पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां भी मलाशय को सपोर्ट करती हैं, लेकिन वही जब कमजोर पड़ जाती हैं तो गैस और मल को कंट्रोल नहीं कर पातीं। साथ ही, जिन महिलाओं का टैम्पोन योनि से बाहर निकल जाता है, तो भी यह संकेत माना जाता है कि पेल्विक फ्लोर की ताकत कम हो रही है।
डॉ. भंडारी के अनुसार, यदि आप बाथरूम जाने के लिए भागते हैं और समय पर न पहुंच पाने की वजह से यूरिन लीकेज हो जाए, तो यह भी कमजोर पेल्विक फ्लोर का ही संकेत है। पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां ब्लैडर को नियंत्रित करने और यूरिन को अंदर होल्ड करने के लिए जिम्मेदार होती हैं, लेकिन जब वे कमजोर होती हैं, तो हो सकता है कि आप ज्यादा देर तक रुके न रह पाएं।
जब पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां कमजोर पड़ जाती हैं, तो वे वेजाइना में सेंसेशन को भी प्रभावित कर सकती हैं। इससे यौन सुख में भी कमी आ सकती है।
यह इस बात का संकेत है कि पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां यूट्रस और वेजाइना को ठीक से सपोर्ट नहीं दे रही हैं, और ऑर्गन्स अब वे केनाल में नीचे की ओर उभारने लगे हैं।
आप आप इनमें से कोई भी संकेत महसूस कर रही हैं, तो अपने डॉक्टर के पास जाकर इसका ट्रीटमेंट लें। हो सकता है कि डॉक्टर आपको पेल्विक फ्लोर की एक्रसाइज, लाइफस्टाइल में बदलाव करने या कुछ केसों में ऑपरेशन करने की सलाह दे। यह जरूरी है कि आप तुरंत मदद लेकर इस समस्या से छुटकारा पाएं, ना कि इससे अपनी जिंदगी को प्रभावित होने दें।