नई दिल्ली. साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार को रात 8.44 बजे दिखेगा. ये 6 मई को 1.01 तक जारी रहेगा. ये उपछाया चंद्र ग्रहण होगा, जिसका मतलब है कि ये पृथ्वी की सीधी छाया में नहीं होगा. इस दौरान चांद पर पृथ्वी की हल्की छाया पड़ेगी और वह दिखाई देगा.
बता दें कि 15 दिनों के भीतर यह साल 2023 का दूसरा ग्रहण होगा. इसके पहले 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था. इस ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सका था. अब बुद्ध पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. चंद्र ग्रहण को आप खुली आंखों से देख सकते हैं. इसके अलावा पेनुमब्रल चंद्र ग्रहण होने के कारण यह पूरी तरह डार्क नहीं होगा और हम इसकी हल्की रोशनी को देख सकेंगे. साल का ये पहला चंद्र गहण भारत में भी दिखाई देगा. इसके अलावा यूरोप के कुछ हिस्सों, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अटलांटिंक और हिंद महासागर में भी दिखाई देगा.
– चंद्र ग्रहण क्या होता है?
चंद्र ग्रहण एक ऐसी खगोलीय घटना है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है.
– साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण कब होगा.
साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को होगा.
– अगला चंद्र ग्रहण कब होगा।
साल 2023 में दूसरा चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को दिखाई देगा. यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा.
– भारत में सूतक काल मान्य होगा कि नहीं?
धार्मिक नजरिए से जब भी उपच्छाया चंद्रग्रहण लगता है तो इसको ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता है. ऐसे में इस चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा.
बता दें कि सूर्य ग्रहण के होने पर ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है जबकि चंद्र ग्रहण होने पर 9 घंटे पहले सूतक शुरू हो जाता है. सूतक काल में किसी भी तरह का शुभ काम और पूजा-पाठ नहीं किया जाता है. सूतक की समाप्ति के बाद ही सभी तरह के धार्मिक कार्य दोबारा से शुरू होते हैं.