मधुमक्खी का काटना एक आम घटना जैसा है. ज्यादातर मामलों में मधुमक्खी जब डंक मारती है तो हम कुछ देर दर्द महसूस करते हैं. इसके लिए लोग घरेलू उपचार भी करते हैं. वहीं, अक्सर हम कई घटनाएं ऐसी भी सुनते हैं जिनमें मधुमक्खियों के हमले से मौत तक हो जाती है. क्या आपको इसके पीछे की वजह पता है. इसके अलावा यह भी जानना जरूरी है कि कब मधुमक्खी के हमले को सीरियस लेना चाहिए.
मधुमक्खियों के हमले से मौत की वजह बताते हुए केजीएमयू लखनऊ के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ कौसर उस्मान कहते हैं कि अगर आपको मधुमक्खी के डंक से एलर्जी है तो ये गंभीर हो सकता है. इसके अलावा यदि मधुमक्खियों का पूरा झुंड हमला करता है और व्यक्ति को कई डंक मार देता है तो इसमें भी गंभीर प्रतिक्रिया हो सकती है. ऐसे मामलों में व्यक्ति को तत्काल आपातकालीन उपचार की आवश्यकता होती है.
डॉ कौसर का कहना है कि मधुमक्खी का डंक मारना अलग-अलग तरह के रिऐक्शंस दे सकता है. अगर डंक वाले स्थान पर कुछ देर में दर्द कम हो जाए तो यह सामान्य होता है. वहीं यदि सीरियस एलर्जी के लक्षण जैसे तेज जलन, दर्द आदि हो तो तत्काल डॉक्टर से मिलें. इसमें पहली बार नॉर्मल रिऐक्शन होने का मतलब यह नहीं है कि आपको हर बार डंक मारने पर हमेशा वही प्रतिक्रिया होगी. कई बाद दूसरी बार प्रतिक्रिया निश्चित रूप से अधिक गंभीर होती है.
डंक मारने की जगह पर तुरंत तेज जलन वाला दर्द, स्टिंग एरिया में एक लाल धब्बा और आसपास हल्की सूजन होती है. ज्यादातर लोगों में, सूजन और दर्द कुछ ही घंटों में दूर हो जाते हैं. अगर ये कुछ देर में कवर न हों तो गंभीरता से लें. अगर डंक मारने वाली जगहों पर रेडनेस बहुत ज्यादा है और सूजन पहले दिन से ज्यादा दूसरे और तीसरे दिन बढ़े तो भी ये संकेत गंभीर होते हैं.
डॉ कौसर उस्मान इसकी गंभीरता बताते हुए कहते हैं कि मधुमक्खी के डंक से अगर सीरियस एलर्जी रिएक्शन जीवन के लिए खतरा बन सकता है. इस गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया को मेडिकल भाषा में एनाफिलेक्सिस कहा जाता है. इस कंडीशन में तत्काल आपातकालीन उपचार की जरूरत होती है. सिर्फ मधुमक्खी ही नहीं कई बार अन्य किसी कीड़े द्वारा डंक मारने वाले लोगों का एक वर्ग एनाफिलेक्सिस विकसित करता है.
जानिए- एनाफिलेक्सिस के लक्षण
स्किन में पित्त जैसे चकत्ते पड़ जाना
शरीर में तेज खुजली या त्वजा का एकदम पीला पड़ जाना
सांस लेने में दिक्क्त होना
गले और जीभ में सूजन होना
नाड़ी की गति बहुत धीमी या तेज होना
अचानक मतली, उल्टी या दस्त होना
चक्कर आना या बेहोशी होना
मरीज का होश खो देना
मधुमक्खियों के झुंड के हमले से फैलता है जहर
यदि किसी व्यक्ति पर तमाम मधुमक्खियां हमला करती हैं और एक दर्जन से अधिक बार डंक से हमला होता है तो उसमें विष (Venum) का संचय एक विषैली प्रतिक्रिया कर सकता है. इसमें व्यक्ति काफी बीमार महसूस कर सकता है.
ये लक्षण नजरंदाज न करें-
तेज सिरदर्द
सिर घूमना, चक्कर आना
बुखार
वहीं बच्चों, वृद्ध या वयस्कों को दिल या सांस लेने में समस्या है, उनके लिए ये एक आपात चिकित्सा स्थिति हो सकती है. किसी भी तरह के गंभीर लक्षण होने पर तत्काल डॉक्टर के पास ले जाएं. कई मामलों में ये लक्षण खतरनाक स्थिति में पहुंचकर जानलेवा हो सकते हैं.