शामली. उत्तर प्रदेश के शामली में थानाभवन थानाक्षेत्र में गाड़ी सवार बदमाश से विदेशी एके 47 रायफल और अलग-अलग बोर के 1300 कारतूसों का जखीरा बरामद होने के मामले में लखनऊ से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और मेरठ की आईबी टीम जिले में पहुंच गईं। दोनों टीमों ने अपने स्तर पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसियां विदेशी रायफल बरामद होने के कारण इस मामले में आतंकी कनेक्शन भी खंगाल रही हैं।
बुधवार को लखनऊ से एनआईए की टीम और मेरठ से आईबी की टीम थानाभवन पहुंची। एनआईए टीम ने पुलिस से पूरे मामले की जानकारी ली। गौरतलब है कि सोमवार रात में थानाभवन पुलिस ने कादरगढ़ पुलिस चौकी पर चेकिंग के दौरान मुजफ्फरनगर की तरफ से आ रही गाड़ी में सवार बदमाश अनिल उर्फ पिंटू निवासी गांव सदरुद्दीन नगर माजरा को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने गाड़ी से प्रतिबंधित स्वचालित विदेशी एके-47 रायफल और 1300 कारतूस बरामद किए थे। पुलिस पूछताछ में पकड़े गए बदमाश ने बरामद हथियार और कारतूसों को कुख्यात संजीव जीवा ने अपने गुर्गों से 11 लाख रुपये में उपलब्ध कराए थे। एके 47 रायफल पर चाइनीज अक्षर गुदा है जबकि ड्रम मैगजीन पर मेड इन रोमानिया का टैग लगा मिला है। एके 47 रायफल व कारतूस बरामद होने का मामला लखनऊ और दिल्ली तक पहुंच गया था।
इन सवालों के जवाब तलाश करेगी एनआईए
एनआईए और आईबी की टीम की जांच का पहला फोकस इस बात पर है कि बरामद एके-47 कहां की बनी हुई है। बदमाशों तक कहां से और कैसे पहुंची। एनआईए इस बात की भी जांच कर रही है कि विदेशी एके-47 है तो उसका कहीं कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं है।
इसके अलावा इन बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है कि प्रतिबंधित स्वचालित हथियार बरामद होने के मामले के तार कहां तक और किन लोगों से जुड़े हुए हैं। जांच एजेंसियां शामली के अलावा मुजफ्फरनगर में भी इस प्रकरण की जांच कर रहीं हैं। एसएसपी सुकीर्ति माधव ने बताया कि बाहर से जांच एजेंसी की टीमों के आने की जानकारी मिली है, जो इस मामले की जांच कर रहीं हैं।