एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि कुतरा के बूड़ाकाटा गांव की रहने वाली सरोजिनी काकू को गुरुवार को राउरकेला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मरीज को सिकल सेल एनीमिया की समस्या थी और उसे खून चढ़ाया जाना था। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि महिला को गलत ब्लड ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया। इसके चलते उसकी मौत हो गई।
एक रिश्तेदार ने रिपोर्टरों से बातचीत के दौरान कहा, सरोजिनी का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है, लेकिन उन्हें बी पॉजिटिव ग्रुप का खून चढ़ा दिया गया।’’ इस मामले में कुतरा के पुलिस इंस्पेक्टर बीके बिहारी ने मामला दर्ज करने की बात कही। उन्होंने बताया कि शव को आगे जांच के लिए रखा गया है।
अस्पताल ने भी इस मामले की जांच के लिए आयोग का गठन किया है और कहा है कि इसमें जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हालांकि, अस्पताल के अधीक्षक जगदीशचंद्र बहेरा ने लापरवाही की संभावना से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर गलत ब्लड ग्रुप का मामला होता तो रोगी की 10-15 मिनट में ही मौत हो जाती।’’