मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर में करंट लगने से मजदूर के घोड़े की मौत हो गई। रोजी रोटी का साधन खत्म होने से मजदूर के घर चूल्हा भी नहीं चढ़ा। पीड़ित गरीब ने ऊर्जा निगम पर लापरवाही का आरोप लगाया। घोड़े की मौत पर मजदूर का परिवार गिड़गिड़ाकर रोने लगा। घोड़ा बुग्गी चलाकर मजदूर अपने परिवार का पेट पाल रहा था। घोड़े की मौत से परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया।
शहर के हाजीपुरा निवासी इरफान घोड़ा बग्गी पर मिट्टी आदि ढोकर परिवार का गुजारा चलाता है। प्रतिदिन मजदूरी के बाद इरफान बुग्गी को बाहर छोड़ घोड़े को घर लाकर बांध देता था। रोज की तरह शनिवार को इरफान मजदूरी के निकला था। साथ में घोड़ा भी था। जैसे ही इरफान घोड़े को लेकर घर से निकल गली नंबर एक में शाहनवाज के घर सामने पहुंचा तो घोड़े को एक खंबे टच होते करंट लग गया। जिसके चलते करंट से इरफान के घोड़े की मौके पर ही मौत हो गई।
घोड़े की मौत से मजदूर इरफान का परिवार बेसुध है। इरफान को भी समझ नहीं आ रहा कि घोड़े की मौत के बाद रोजी रोटी कैसे चलेगी। रोते हुए इरफान ने बताया कि उसके परिवार का एक कमाऊ सदस्य चला गया। आरोप लगाया कि यह सब ऊर्जा निगम की लापरवाही के चलते हुए। निगम कर्मियों की लापरहवाी के चलते खंभे में करंट उतर आया था। करंट लगने से उसके घोड़े की मौत हो गई। इरफान की पत्नी बेगम ने रोते हुए बताया कि उनके परिवार का एक मात्र कमाने का साधन चला गया। छोटे छोटे बच्चे हैं, अब समझ नहीं आ रहा क्या होगा।
इरफान की पत्नी बेगम ने रोते हुए बताया कि उनके परिवार का एक मात्र कमाने का साधन चला गया। छोटे छोटे बच्चे हैं, अब समझ नहीं आ रहा क्या होगा। प्रतिदिन पति घोड़ा बुग्गी चलाकर जो कमाई करते थे उसी से उनके बच्चे पलते थे। लेकिन अब समझ नहीं आ रहा कि कैसे होगा। इतनी सामर्थ नहीं कि अब घोड़ा खरीदा जा सके।