यूपी। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) (ODOP) की तर्ज पर अब उत्तर प्रदेश में हर जिले के विशेष खेलों को विकसित किया जाएगा। इस योजना को एक जिला एक खेल (ओडीओएस) का नाम दिया गया है। जिसके तहत हर जिले का अपना खेल होगा। इस संबंधित खेल को केंद्र में रखकर ही जिले के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण मिलेगा।
ओडीओएस के तहत प्रदेश के सभी जिलों में अब तक खेलों का चयन कर उन्हें विकसित करने का काम शुरु किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मोदी के गृह जिले गोरखपुर में कुश्ती को विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की काशी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर समेत पूर्वांचल के देवरिया, महाराजगंज, आजमगढ़ और चंदौली का कुश्ती में स्वर्णिम इतिहास रहा है। सरकार ने यहां का ओडीओएस कुश्ती को ही बनाया है। यहां के अनेक पहलवानों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिरंगा फहराया है। हरियाणा, जिसने देश को सर्वाधिक पदक विजेता पहलवान दिये हैं। उससे सटे बागपत का भी एक जिला एक स्पोर्ट्स कुश्ती ही है।
केंद्र सरकार की सहमति से ओडीओएस योजना में शामिल करने के लिए 10 जिलों के खेल बदले भी गए हैं। इन सभी जिलों के खेलो इंडिया सेंटर में खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने का काम कुशल प्रशिक्षकों की देखरेख में जारी है। जिन 10 जिलों के खेल बदले गए हैं, उनमें मथुरा में जूडो की जगह कुश्ती, बलिया, आंबेडकर नगर, कानपुर देहात और फतेहपुर में बैडमिंटन की जगह एथलेटिक्स, बहराइच में बैडमिंटन की जगह फुटबाल, श्रावस्ती में बैडमिंटन की जगह कबड्डी, झांसी, गोंडा और लखीमपुर खीरी में बैडमिंटन की जगह हॉकी को एक जिला एक खेल घोषित कर खेल प्रतिभाओं का चयन और प्रशिक्षण का काम जारी है।
अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने बताया कि कुश्ती के लिए वाराणसी, गोरखपुर, चंदौली, बागपत, आजगमढ़, देवरिया, महराजगंज जिले को चयनित किया गया है। वहीं एथलेटिक्स के लिए मैनपुरी, फिरोजाबाद, जौनपुर, भदोही, संभल, सीतापुर, कासगंज, उन्नाव, अयोध्या, कौशाम्बी, एटा, अमेठी, रामपुर, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, चित्रकूट, बस्ती, हमीरपुर, हापुड़, मेरठ, गाजीपुर, शामली, बलिया और मुजफ्फरनगर जिलों का चयन का किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि प्रतापगढ़, मऊ, बरेली,लखनऊ, रायबरेली, हरदोई, फर्रुखाबाद, मुरादाबाद, बलरामपुर, इटावा और गाजियाबाद जिलों में हाकी को विकसित किया जाएगा। इनके अलावा टेबिल टेनिस खेल में आगरा और कानपुर, बैडमिंटन के लिए अलीगढ़ और गौतमबुद्ध नगर, भारोत्तोलन में मिर्जापुर और बिजनौर, बॉक्सिंग के लिए बुलंदशहर और कुशीनगर तो तीरंदाजी के क्षेत्र में सोनभद्र और ललितपुर, फुटबाल में हाथरस, तैराकी के लिए पीलीभीत, शूटिंग में बांदा, कबड्डी के क्षेत्र में कन्नौज वहीं लॉन टेनिस खेल के लिए प्रयागराज जिले को चयनित किया गया है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के मौके पर जनवरी 2018 को योगी सरकार ने ओडीओपी योजना की शुरुआत की थी। हाल में ही इंडोनेशिया की राजदूत इना एच. कृष्णमूर्ति ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर ओडीओपी को अपने यहां भी लागू करने के बारे में बताया था। अब इसी तरह प्रदेश की खेल की प्रतिभाओं को निखारने के लिए सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट, वन स्पोर्ट्स योजना भी शुरू की है। इसके तहत संबंधित जिले में कौन सा खेल लोकप्रिय है। उस खेल में जिला, प्रदेश, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वहां के खिलाड़ियों का प्रदर्शन कैसा रहा है, इसे मानक बनाया गया है।