मुजफ्फरनगर। जिले में विकास के चार बड़े प्रोजेक्ट अधर में लटके हुए हैं। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के प्रयास भी परवान नहीं चढ़ रहे हैं। राजकीय इंटर कॉलेज में सभागार, लोनिवि गेस्ट हाउस, पीस लाइब्रेरी और गाय अभयारण्य पर काम शुरू तक नहीं हो पाया है।
राजकीय इंटर कॉलेज के प्रांगण में भव्य सभागार बनाने के लिए एक साल पहले हरे-भरे पेड काटे जा चुके हैं। पेड़ कटने के बाद कार्यदायी संस्था एमडीए सभागार का मानचित्र तैयार नहीं करा पाई है। लगभग 22 करोड़ से बनने वाले सभागार को गंभीरता से नहीं लिया गया है। कई बैठकों में यह मुद्दा उछल चुका है।
टाउन हॉल परिसर में बनी पीस लाइब्रेरी शहर की पहचान रही है। आधुनिक लाइब्रेरी बनवाने के लिए तत्कालीन चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने तीन साल पहले पीस लाइब्रेरी को ध्वस्त करा दिया था। पीस लाइब्रेरी के ध्वस्तीकरण के बाद से ही यह कानूनी दांव पेंच में उलझ गई।
बाईपास पर भोपा रोड पर प्रदेश के राज्य मंत्री कपिलदेव अग्रवाल लोनिवि के गेस्ट हाउस का चुनाव से पहले शिलान्यास कर चुके हैं। सरकार ने योजना को स्वीकृत ही नहीं किया और शिलान्यास के बाद मौके पर एक भी ईंट नहीं रखी गई। कपिल देव अग्रवाल का कहना है कि योजना को लेकर वह प्रयासरत है, मुख्यमंत्री के सामने उन्होंने प्रस्ताव रखा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालयान की पहल पर चंदन गांव में गाय अभयारण्य भी अधर में लटका है। कुछ किसानों की याचिका पर हाईकोर्ट ने निर्माण रोक दिया है। प्रशासन और सरकार तैयारी के साथ न्यायालय में अपना पक्ष रख रहे है। केंद्र सरकार ने बजट जारी किया है, लेकिन अभयारण्य अधर में है। केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान का कहना है कि अभयारण्य के लिए जल्द ही सफलता मिलेगी।