नई दिल्ली। पेड़ हैं तो ऑक्सीजन है और ऑक्सीजन है तो हम हैं. आज हम पेड़ों के बारे में बात कर रहे हैं. हर जगह के हिसाब से पेड़ बदलते रहते हैं. कहीं ठंड ज्यादा होती है तो वहां उसके मुताबिक पौधे लगाए जाते हैं कहीं बारिश ज्यादा होती है तो बारिश के मौसमें में होने वाले पौधे लगाए जाते हैं कहीं गर्मी के मुताबिक पेड़ लगाए जाते हैं. लेकिन इसके अलावा भी पेड़ों के बारे में कुछ इंट्रस्टिंग फेक्ट्स हैं जो जानने जरूरी हैं.
कई बार आपने देखा होगा जब सड़क से होते हुए आप जा रहे होते हैं तो सड़क किनारे लगे पेड़ सफेद रंग से रंगे होते हैं. यह रंग इनपर क्यों लगाया जाता है इसके पीछे का क्या रीजन है. क्या कोई साइंटिफिक रीजन है या फिर ऐसे ही लगाया जाता है.
सड़क के किनारे लगे पेड़ों को चूने से रंगा जाता है. सफेद रंग के ऊपर लाल पट्टी भी चूना और रंग ही होता है. जितना चूना मिलाया जाता है उससे काफी ज्यादा पानी मिलाया जाता है जिससे पेड़ की ग्रोथ पर किसी तरह का नकारात्मक प्रभाव न पड़े.
सफेद चूना की वजह से पेड़ों को गर्मियों में राहत मिलती है. Cornell University की एक रिसर्च के मुताबिक चूना पेड़ों को सीधी धूप की किरणों से बचाता है. अगर कुछ नई पत्तियां उग रही हैं या पेड़ कमजोर हैं तब तो चूना काफी फायदा पहुंचा सकता है. इससे गर्मी में पेड़ में कीड़े भी नहीं लगते हैं. नीचे की ओर से कीड़े चढ़कर पेड़ को पूरी तरह से खोखला कर सकते हैं. यही कारण है कि चूना लगाया जाता है.
दरअसल, रात में रास्ता दिखाने का काम ये चूना ही करता है. जिन जगहों पर स्ट्रीट लाइट नहीं होती है वहां पर पेड़-पौधों में चूना लगा दिया जाता है. ऐसे में गाड़ियों की लाइट पड़ते ही ये रिफ्लेक्ट करता है. इससे ड्राइविंग करने वाले को रात में रास्ता देखने में आसानी हो जाती है.