रामपुर : रामपुर में शिक्षिकाओं के साथ ‘गंदी बात’ करने वाला हेडमास्टर पुलिस पकड़ से दूर है। महिला टीचरों का आरोप है कि सिर पर सियासी हाथ है, लिहाजा वह पीड़िता को फर्जी केस में फंसाने की धमकी दे रहा है। मामला संज्ञान में आने पर मंडलायुक्त ने मुरादाबाद के पांच अधिकारियों की कमेटी गठित की है, जो सप्ताह भर में जांचकर रिपोर्ट कमिश्नर को देगी।
बिलासपुर के एक स्कूल में शिक्षिका के साथ लगातार शोषण किया जा रहा था। आरोप है कि हेडमास्टर हरीराम बच्चों के साथ भी दुर्व्यहार करता था। एक दिन तो हद ही हो गई, उसने शिक्षिका के साथ छेड़खानी की, जिस पर स्टाफ की अन्य शिक्षिकाएं भी आ गईं। इसकी पुलिस से शिकायत की गई लेकिन, कार्रवाई नहीं हुई। मामला मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह तक पहुंचा तो उनके निर्देश पर एफआईआर लिखी गई। शिक्षिका का आरोप है कि पुलिस राजनैतिक दवाब के चलते आरोपी हेडमास्टर को गिरफ्तार नहीं कर रही है। हेडमास्टर उसे झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दे रहा है। शिक्षिका ने दूसरे जनपद के अधिकारियों से जांच की गुहार लगाई थी, जिस पर कमिश्नर ने मंडल मुख्यालय से पांच अधिकारियों की जांच कमेटी गठित कर दी है। कमेटी से एक ह्रफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है।
कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि प्रकरण के संबंध में शिकायत आयी थी, पता चला है कि दूसरे स्कूलों में भी इसी तरह से शिक्षिकाओं के साथ शोषण हो रहा है, लेकिन कई कारणों से वे शिकायत नहीं कर पा रही हैं। मुरादाबाद के अधिकारियों की पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है।