मेरठ. मेरठ में विवाहिता की मौत के मामले में पुलिस ने रविवार को पति को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी पति ने पुलिस को बताया कि वह पत्नी के मोबाइल पर नजर रखता था। पत्नी रोज शाम को बेडरूम में बैठकर लंबे समय तक अपने घरवालों से बात करती थी। ये बात उसे अच्छी नहीं लगती थी।
उसने पत्नी को कई बार पहले भी मना किया था कि बेडरूम में लंबे समय तक फोन पर बात न करें। लेकिन उसने बात नहीं मानी। इस बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। शुक्रवार को भी दोनों के बीच बहस हुई थी। इससे नाराज होकर पत्नी ने शनिवार 11 जून को सुबह में फांसी लगाकर जान दे दी। उसका शव घर के अंदर मिला था।
घटना बिजनौर के नूरपुर थाना क्षेत्र के पूरनपुर गांव की है। चंद्रपाल की बेटी डोली (21) की शादी 5 फरवरी 2022 को बहसूमा थाना क्षेत्र के तजपुरा के रहने वाले मोनू के साथ हुई थी। मोनू 108 एंबुलेंस का चालक है। डोली ने शनिवार रात में ही अपने परिवार के लोगों को फोन पर बताया था कि यहां मेरी स्थिति ठीक नहीं है। ससुराल के लोग कभी भी मुझे जान से मार सकते हैं।
डोली के घरवालों का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति और अन्य ससुराल दहेज की मांग करते थे, विरोध करने पर डोली के साथ मारपीट करते थे। कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई। शुक्रवार रात में उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। डोली ने रात में ही उन्हें बताया कि यहां उसकी स्थिति ठीक नहीं है। कभी भी उसकी हत्या की जा सकती है। इसके बाद शनिवार सुबह डोली का शव कमरे में पंखे पर लटका मिला।
पड़ोस के लोगों ने डोली के पिता को घटना की जानकारी दी। इसके बाद पिता और अन्य लोग तजपुरा गांव पहुंचे। हंगामे की सूचना पर बहसूमा पुलिस भी पहुंच गई। महिला के पिता चंद्रपाल ने थाने में तहरीर देते हुए बताया कि दहेज के लिए बेटी की गला दबाकर हत्या की है। उसके बाद आत्महत्या दिखाने के लिए शव को पंखे पर लटका दिया।
पुलिस ने मृतका के पिता चंद्रपाल की तहरीर पर शनिवार को विवाहिता के पति मोनू, ससुर करणपाल, सास राजेश, जेठ निशू पाल और जेठानी रेनू के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। महिला के जेठ और जिठानी दोनों सिपाही हैं जो नोएडा में रहते हैं।