मेरठ। पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी का मीट प्लांट 31 मार्च से सील है। अवैध बने इस मीट प्लांट को गिराना है, लेकिन याकूब फरार होते हुए कोर्ट में गुहार लगा रहा है। वहीं दूसरे बड़े मीट कारोबारी पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के अवैध मकान को लेकर शिकायत की गई है। यह शिकायत मेरठ निवासी मुकेश सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री से की है।
मेरठ के सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया का कहना है कि पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के अवैध मकान को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की गई है। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस व नगर निगम द्वारा यह जांच की जा रही है की मकान में कितनी सरकारी जमीन है। मामला सरकारी जमीन का है, ऐसे में निगम के अधिकारी भी जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही कुछ कहा जाएगा। जिसके बाद शासन ने मेरठ पुलिस प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगते हुए जांच शुरू कर दी है।
मेरठ कोतवाली इलाके में पूर्व सांसद का मकान है। पुलिस व नगर निगम के अधिकारी मकान की जांच कर रहे हैं। बता दें की पूर्व सांसद हाजी शाहिद अखलाक यूपी के बससे बड़े मीट कारोबारी में हैं। पूर्व में अस्पताल मालिक डॉ रविंद्र गुर्जर ने पूर्व सांसद की मीट फैक्टरी को लेकर शिकायत की थी।
अब मुकेश सिद्धार्थ ने अवैध मकान को लेकर शिकायत की है की इसकी जांच होनी चाहिए। जिसमें कहा गया है की शाहिद अखलाक पूर्व में सांसद व मेयर भी रह चुके हैं। जिन्होंने अपने बेटे राशिद के साथ मिलकर सरकारी जमीन को कब्जा कर मकान बनाया। यह सरकारी जमीन नाले की है। अपने प्रभाव के आगे कुछ नहीं कहा जा सकता।
मेरठ के कोतवाली क्षेत्र के गुदड़ी बाजार निवासी 53 वर्षीय शाहिद अखलाक यूपी के सबसे बड़े मीट कारोबारियों में शामिल हैं। शाहिद अखलाक की मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर अलीपुर के पास करीब 250 बीघा जमीन में मीट फैक्ट्री है। मौजूद समय में शाहिद अखलाक के पास मीट सप्लाई का अंतरराष्ट्रीय लाइसेंस, स्थानीय आपूर्ति के अलावा राज्य में कहीं भी मीट सप्लाई की अनुमति है।