लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया व सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा कम किए जाने के मसले पर भाजपा व सपा में वार-पलटवार तेज हो गया है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट किया कि शिवपाल सिंह यादव को भतीजे अखिलेश यादव और सपा के अपराधियों से खतरा था। अब दोनों में मिलाप हो गया है तो सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा टल गया है, फिर भी उन्हें वाई श्रेणी सुरक्षा उपलब्ध है, यदि उन्हें सुरक्षा की समस्या है तो अवगत कराएं, जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी!
शिवपाल यादव की सुरक्षा कम किए जाने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा श्रेणी को कम करने पर आपत्ति जताई है। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिवपाल को पेंडुलम कहे जाने पर भी आपत्ति जताई है। उन्होंने ट्वीट किया शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है। साथ ही ये भी कहना है कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है जिस पर अहंकार किया जाए।
मैनपुरी उपचुनाव में अखिलेश यादव से बढ़ी करीबियों के बाद प्रसपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा को कम कर दी गई है। अब शिवपाल यादव को जेड श्रेणी की जगह वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। सुरक्षा मुख्यालय ने सोमवार को इस संबंध में निर्देश जारी किए थे। बता दें कि जब अखिलेश यादव के साथ शिवपाल यादव के संबंधों में रार आई थी तो सुरक्षा को बढ़ा दी गई थी। साल 2017 में प्रसपा नेता शिवपाल यादव की सुरक्षा को बढ़ाया गया था।