अलीगढ. अलीगंज के लॉजिस्टिक कारोबारी व सीमेंट सप्लायर संदीप गुप्ता हत्याकांड के आरोपी शूटर प्रवीन बाजौता व जितेंद्र कंजा का रिमांड मंजूर हो गया है। न्यायालय ने प्रवीन का तीन और जितेंद्र का दो दिन का रिमांड मंजूर किया है। पुलिस दोनों को बृहस्पतिवार सुबह से रिमांड पर लेगी। इस दौरान प्रवीन हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कराएगा, जबकि जितेंद्र सुपारी की रकम में से शेष रकम बरामद कराएगा।
भरतपुर में अवैध हथियारों संग दोनों की गिरफ्तारी के बाद से ही पुलिस दोनों को रिमांड पर लेने को प्रयासरत थी। इसी कड़ी में न्यायालय में दोनों के लिए सात-सात दिन का रिमांड आवेदन किया था। चूंकि हाथरस सादाबाद का जितेंद्र उर्फ कंजा हाथरस से भी एक लूट के मुकदमे में वांछित था, इसलिए वह हाथरस पुलिस की तलबी पर पिछले सप्ताह अलीगढ़ जेल में दाखिल हो गया था, जबकि प्रवीन भरतपुर जेल में ही था। पुलिस के रिमांड आवेदन पर बुधवार को दोनों को कड़ी सुरक्षा में दीवानी लाया गया। यहां पुलिस व बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं की बहस के बाद न्यायालय ने प्रवीन बाजौता का 3 मार्च सुबह 10 बजे से 6 मार्च सुबह 10 बजे तक 72 घंटे का और जितेंद्र का 3 मार्च सुबह 10 बजे से 5 मार्च सुबह 10 बजे तक 48 घंटे का रिमांड मंजूर किया गया है। रिमांड तक के लिए प्रवीन को भी अलीगढ़ जेल में ही दाखिल कर दिया गया है। सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय ने बताया कि अब दोनों को बृहस्पतिवार सुबह रिमांड पर लिया जाएगा।
सुपारी की रकम से कराया देवी जागरण
पुलिस की ओर से न्यायालय में बताया गया कि दोनों आरोपियों में से प्रवीन ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि संदीप की हत्या में प्रयुक्त पिस्टल उसने हरियाणा में किसी स्थान पर छिपाकर रखी है। उसे वह खुद जाकर ही बरामद करा सकता है। इस आधार पर उसे रिमांड पर लेना जरूरी है। अब पुलिस उसे रिमांड पर लेकर हरियाणा जाएगी। इसी तरह जितेंद्र ने स्वीकारा कि सुपारी में मिले 10 लाख रुपये में से कुछ रुपये उन्होंने खर्च किए। कुछ जेवर व कपड़े खरीदे और एक देवी जागरण भी कराया। अब कुछ रकम व खरीदे हुए कपड़े रखे हैं। वह उन्हें खुद जाकर ही बरामद करा सकता है। इसलिए पुलिस उसे रिमांड पर रकम बरामद कराने लेकर जाएगी।
दीवानी में बुधवार को प्रवीन बाजौता व जितेंद्र की पेशी से पहले पुलिस के सुरक्षा इंतजाम बेहद कड़े रहे। संदिग्धों के आने के अंदेशे को ध्यान में रखकर सीओ तृतीय श्वेताभ पांडेय की अगुवाई में थाना पुलिस के अलावा एसओजी, सर्विलांस टीम दीवानी में मौजूद रही। इस दौरान आने-जाने वाले संदिग्धों की सघन चेकिंग की गई और बैगों तक की तलाशी ली गई। इस दौरान बाजौता के भरतपुर से यहां आने और दीवानी में पेशी के बाद जेल में दाखिल होने तक पुलिस मौजूद रही। चेकिंग के दौरान बार पदाधिकारियों ने अध्यक्ष जगदीश सारस्वत की अगुवाई में पुलिस टीम का पूरा सहयोग किया। साथ में कहा गया कि इसी तरह आगे भी समय-समय पर चेकिंग होती रहे। यहां बिना आईकार्ड वालों की आवाजाही की भी चेकिंग की गई।