प्रयागराज: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में बरेली पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है. बताया जा रहा है कि अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के तार बरेली जेल से भी जुड़े है. बरेली जिला जेल में बाहुबली अतीक अहमद का भाई पूर्व विधायक अशरफ बंद है और उसने जेल से ही उमेश पाल की हत्या की साजिश रच डाली. पुलिस ने जेल के आरक्षी समेत 2 लोगों को गिरफ्तार कर जेल अधिकारियों, कर्मचारियों, अशरफ के साले सद्दाम सहित कई लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में दो अलग-अलग थानों में दो मुकदमे दर्ज किए है. वहीं एफआईआर में कई चौकाने वाले खुलासे हुए है.
एफआईआर में लिखा है कि अशरफ मिलाई के दौरान पुलिस अधिकारियों, गवाहों की हत्या की साजिश और उन सबको डरा धमकाकर रंगदारी मांगने का काम करता था. जिसके बाद फोन का डाटा डिलीट कर दिया जाता था. बता दें जेल के अंदर अशरफ का पूरा नेक्सस चलता है. बरेली जेल में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ से मिलने के लिए उसका साला सद्दाम और उसका दोस्त लल्ला गद्दी दोस्तों के साथ आता था और इस काम में उसका साथ जिला जेल का आरक्षी शिवहरि अवस्थी देता था.
सद्दाम और उसका दोस्त लल्ला गद्दी अन्य कई लोगों के साथ अशरफ से मिलने के लिए आता था और अमूमन मुलाकात के लिए मिलने वाले 40 मिनट से अधिक, मिलाई स्थल के पास में ही स्थित गोदाम में बैठ कर 2 से 3 घंटे तक मुलाकात करते थे और वहीं गोदाम में बैठकर बातचीत होती थी. आशंका यह भी है कि वहां पर व्हाट्सएप ग्रुप कॉलिंग भी की जाती थी और वहीं पर पूरी साजिश रची गई थी. एसएसपी ने बताया कि सद्दाम की गिरफ्तारी का लगातार प्रयास किया जा रहा है लेकिन 26 दिसंबर से लगातार उसकी लोकेशन बरेली से बाहर मिल रही है और जेल में भी बताया गया है कि पिछले 2 महीने से सद्दाम अशरफ से मिलने के लिए नहीं आया है.
एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने बताया कि अशरफ 11 जुलाई 2020 को बरेली जिला जेल में ट्रांसफर किया गया था उसके बाद अशरफ का साला सद्दाम फाईक एनक्लेव में एक घर में मुस्ताक अहमद के नाम से रेंट एग्रीमेंट करा कर अपने नौकर के साथ रह रहा था. जहां पर इलाहाबाद से भी लोग मिलने के लिए आते थे. सद्दाम वहीं से जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी को फोन करता था. और मात्र एक दो लोगों की आईडी लेकर छह से सात लोगों को मिलने की अनुमति देता था. अशरफ के विरूद्ध अनेक गंभीर प्रकृति के मुकदमे विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन हैं.
इसके अतिरिक्त एक नन्हें नाम का सप्लायर जो जेल के अंदर सब्जियों फलों की सप्लाई का काम करता था वह जेल के अंदर अशरफ को सभी सामान मुहैया कराने का काम करता था. इस संबंध में एक मुकदमा से शिवहरि अवस्थी आरक्षी, नन्हें उर्फ दयाराम सप्लायर सद्दाम और उसके नौकर अफसर, जेल के अज्ञात अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज किए गए हैं. एसएसपी द्वारा एक एसआईटी का गठन किया गया है जिसका नेतृत्व एसपी सिटी करेंगे , सी ओ तृतीय आशीष प्रताप सिंह के नेतृत्व में चार इंस्पेक्टर इस पूरे मामले की गहन जांच पड़ताल करेंगे.
पूरे मामले के खुलासे के बाद आरक्षी की गिरफ्तारी के साथ-साथ जेल के बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिरनी तय मानी जा रही है. एसएसपी ने बताया कि फाईक एनक्लेव में जिस मकान में अशरफ का साला सद्दाम रहता था उसका मकान मालिक मुंबई में रहता है. उसके भाई से सद्दाम ने मुस्ताक बन कर रेंट एग्रीमेंट किया था लिहाजा इस मामले में मकान मालिक की ओर से धारा 420, 467, 468, 504, 506 के तहत थाना बारादरी में मुकदमा कायम किया गया है. उपरोक्त स्थिति को देखते हुए जेल के अंदर व बाहर किसी भी बड़ी घटना के घटित होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.