बागपत जनपद के बड़ौत में वीर स्मारक इंटर कॉलेज में हुए हंगामे के बाद आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पर मतदान के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है। उधर, एएसपी ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
इंस्पेक्टर जनक सिंह चौहान ने मुकदमा दर्ज कराया कि बृहस्पतिवार की सुबह 11 बजे वह चुनाव ड्यूटी में वीर स्मारक इंटर कॉलेज, बड़ौत के पास पहुंचे तो स्कूल के बाहर भीड़ एकत्र थी। चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वहीं पर मौजूद निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र पुलिस से उलझ गया और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए धमकाने लगा। जितेंद्र ने अपने समर्थकों को स्कूल के गेट पर ही खड़े रहने को ही कहा।
बताया गया कि जितेंद्र डमी प्रत्याशी है, जिसने आरएलडी-सपा गठबंधन प्रत्याशी बबीता तोमर को समर्थन दे रखा है। इसी दौरान एएसपी मनीष कुमार मिश्र व एडीएम प्रतिपाल चौहान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। एएसपी और एडीएम ने जितेंद्र को समझाना चाहा, लेकिन वह अपने समर्थकों को हंगामे के लिए उकसाने लगा और पुलिस पर ही आरोप लगाया।
पुलिस के अनुसार, निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र ने न केवल आचार संहिता का उल्लंघन किया, बल्कि सरकारी कार्य में बाधा डाली और धमकी देते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। जिस पर आरोपी को हिरासत में ले लिया और मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया।
मतदान केंद्र में एएसपी और एडीएम एजेंटों को निर्देश दे रहे थे। इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी जितेंद्र ने आकर हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया, जिसके बाद एएसपी और जितेंद्र के बीच नोकझोंक हो गई। देखते ही देखते एएसपी को गुस्सा आ गया और उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उसे मतदान केंद्र से बाहर निकलवा दिया। जानकारी के बाद रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इसी मामले को लेकर ट्वीट किया था।