बागपत। बाछौड़ गांव में पुलिस दबिश के दौरान जहर निगलने वाली महिला और उसकी दो बेटियों की सोमवार को तेरहवीं होगी, जिसमें कई जनपदों से विश्वकर्मा समाज के लोग जुटेंगे। इस दौरान होने वाली श्रद्धांजलि सभा में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए जाएंगे, जिसमें आरोपित दारोगा को बर्खास्त और आरोपितों को गिरफ्तारी करने की मांग मुख्य रहेंगी। सूचना के बाद पुलिस बल चौकन्ना हो गया है।
बाछौड़ में तीन मई को प्रिंस अपने ही गांव की कोमल को बहला फुसलाकर ले गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस कोमल को बरामद करने का प्रयास कर रही थी। 24 मई को सूचना के बाद छपरौली पुलिस ने प्रिंस के घर दबिश दी थी। इसी दौरान परेशान होकर प्रिंस की मां गीता उर्फ अनुराधा, बहन स्वाति और प्रीति ने पुलिस मौजूदगी में जहर निगल लिया था। उपचार के दौरान तीनों की अस्पताल में मौत हो गई थी।
आरोपित दारेगा नरेशपाल और कोमल के स्वजन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद दारोगा को निलंबित कर दिया था। अखिल भारतीय विश्वकर्मा विराट संघ के राष्ट्रीय महासचिव मनीष विश्वकर्मा ने बताया कि सोमवार को प्रिंस की माता और दोनों बहनों की तेरहवीं होगी। उसके बाद गांव में ही श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होगा, जिसमें शामली, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद आदि जनपदों से विश्वकर्मा समाज के लोग पहुंचेंगे। लोग आरोपित दारोगा को बर्खास्त करने और आरोपितों को गिरफ्तार करने अलावा मुआवजा आदि की मांग उठाएंगे। इस सूचना पर पुलिस अधिकारी चौकन्ने हो गए हैं।
बाछौड़ पहुंची महिला गुलाबी संगठन की प्रदेश उपाध्यक्ष मोनिका भारद्वाज ने बताया कि रविवार को वह संगठन की शिवानी अरौरा, सुरभि तेवतिया, मधु सैनी, प्रिया ठाकुर, रीपा, संगीता के अलावा मुजफरनगर की जिलाध्यक्ष रिया के साथ बाछौड़ पहुंची और पीड़ित परिवार के सदस्यों से उनका दुख जाना। पीड़ित लोगों ने जो बर्बरता की घटना बताई, वह बेहद ही गंभीर है और इसमें सरकार को आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने छपरौली पुलिस से भी बात की।