नई दिल्ली। हिंदू धर्म में भगवान शिव की पूजा और उन्हें बेलपत्र अर्पित करने का विशेष महत्व बताया गया है. ऐसे में सोमवार के दिन उन्हें स्नान के बाद जलाभिषेक करने के बाद बेलपत्र अर्पित करने से वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों के सभी दुख दूर करते हैं. वास्तु शास्त्र में बेलपत्र के पौधे को लगाने का भी खास महत्व बताया गया है. घर की सही दिशा में बेलपत्र का पौधा लगाने से कई समस्याओं का सामाधान होता है. शिवपुराण में कहा गया है कि जिस घर में बेलपत्र का पौधा लगा होता है वे जगह किसी तीर्थस्थान से कम नहीं होती.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बेलपत्र का पत्ता कभी बासी नहीं होता. ऐसे में अगर आपके पास बेलपत्र का पत्ता नहीं है, तो दूसरों का चढ़ाया हुआ बेलपत्र धोकर पूजा में यूज किया जा सकता है. आइए जानते हैं घर में बेलपत्र लगाने के क्या फायदे हैं और इसे किस दिशा में लगाया जाना सही रहता है.
शिवपुराण में कहा गया है कि सोमवार के दिन भगवान शिव को पूजा के समय बेलपत्र अर्पित करने से वे जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से एक करोड़ कन्यादान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है. इतना ही नहीं, इससे व्यक्ति की दरिद्रता दूर होती है. बेलपत्र अर्पित करने से भगवान शिव और हनुमान जी दोनों की कृपा प्राप्त होता है. अगर घर में बेलपत्र का पौधा लगाया जाता है तो उससे परिवार पापों के प्रभाव से मुक्त हो जाता है.
अगर आप लंबे समय से गरीबी से गुजर रहे हैं, तो घर में बेलपत्र का पौधा लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. इतना ही नहीं, पैसे रखने वाली जगह पर बेलपत्र के पत्ते रखने से लाभ होगा. इससे घर में खुशियों का आगमन होता है. बता दें कि धन वृद्धि के लिए उत्तर-दक्षिण दिशा में पौधा लगाएं.
शिवपुराण के अनुसार बेलपत्र के वृक्ष की जड़ों में गिरिजा माता का वास होता है. वहीं, तने में माहेश्वर, शाखाओं में माता दक्षिणी, पत्तों में पार्वती, फूलों में गौरी और फलों में देवी कात्यायनी का वास माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में बेलपत्र लगाने से घर के सदस्य तेज और ऊर्जावान बनते हैं.
वास्तु के अनुसार अगर ये वृक्ष घर के आंगन में लगाया जाए, तो बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती. इससे परिवार के सदस्यों पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता. इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
ऐसा भी कहा जाता है कि घर के अंदर बेलपत्र का पौधा लगाने से चंद्र दोष से छुटकारा मिलता है. इतना ही नहीं, व्यक्ति की कुंडली में मौजूद अन्य दोषों के प्रभाव भी कम हो जाते हैं.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथि पर बेलपत्र नहीं तोड़ने चाहिए. इसके साथ ही, संक्रांति काल और सोमवार को बेलपत्र तोड़ने से बचें. बता दें कि बेलपत्र के पत्तों को अलग-अलग न तोड़ें. इसे चढ़ाते समय तीन पत्तियों की डंठन समेत ही शिवलिंग पर अर्पित करें.