मुजफ्फरनगर। जिले की आठ चीनी मिलों में पिछले पेराई वर्ष सत्र 2022-23 में 10 करोड़ 35 लाख 48 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी। गन्ना विभाग और चीनी मिलों के सर्वे की माने तो इस बार चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति दस करोड़ क्विंटल से कम हो सकती है। जिले में गन्ने का क्षेत्रफल एक लाख 76 हजार हेक्टेयर है जो गत वर्ष से पांच हजार हेक्टेयर अधिक है। गन्ने का क्षेत्रफल बढ़ने के बाद भी गन्ना उत्पादन 50 लाख क्विंटल कम रहने की संभावना है।
चीनी का उत्पादन पिछले वर्ष 105 लाख 71 हजार क्विंटल था उसके 100 लाख क्विंटल तक ही पहुंचने की संभावना है। अब तक 629 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई से 65.69 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हो चुका है। पेराई सत्र के भी जल्दी समाप्त होने की संभावना है।
जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसोदिया का कहना है कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार गन्ने का उत्पादन कम रहेगा। अनुमानत: इस बार 50 लाख क्विंटल गन्ना कम निकल सकता है। चीनी मिलों और गन्ना विभाग के प्रारंभिक सर्वे में यह सामने आ रहा है। गन्ना शोध केंद्र के प्रभारी डॉ. जेपी सिंह का कहना है कि प्रत्येक फसल मौसम से जुड़ी है। मौसम के समय से पहले आने और देरी से आने का सीधा असर फसलों पर पड़ता है। इस बार समय से पहले मानसून आने से गन्ने की फसल प्रभावित हुई है।