तमिलनाडु। बंगाल की खाड़ी से पैदा हुए चक्रवात मिचौंग (मिगजॉम) के गंभीर चक्रवाती तूफान बनने के बाद आज इसके आंध्र प्रदेश के तट से टकराने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक, मिचौंग आज दोपहर के बाद कभी भी आंध्र प्रदेश के बापटला से टकरा सकता है। इस चक्रवात का असर पहले ही दक्षिण और उत्तर भारत के कई राज्यों में दिखाई दिया है। खासकर तमिलनाडु और पुडुचेरी चक्रवात की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। यहां भारी बारिश के बाद अलग-अलग कारणों से आठ लोगों की मौत हुई है, वहीं काफी संपत्ति का भी नुकसान हुआ है।
तमिलनाडु: सीएम स्टालिन ने दी बचाव अभियान की जानकारी
तमिलनाडु के चेन्नई में मंगलवार को चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से हुई बारिश से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। इसमें फंसे लोगों को बचाने के लिए नौकाओं और ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया। चेन्नई के अधिकांश इलाकों में मंगलवार को सुबह से बारिश का असर कम रहा, जिससे अधिकारियों को बचाव और राहत कार्य तेज करने के लिए समय मिल गया है। चेन्नई के निगम मुख्यालय में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि राहत कार्य युद्ध स्तर किये जा रहे हैं। स्टालिन ने बताया कि मूसलाधार बारिश से प्रभावित चेन्नई सहित नौ जिलों में कुल 61,666 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें अब तक भोजन के लगभग 11 लाख पैकेट और दूध के एक लाख पैकेट वितरित किये जा चुके हैं।
आंध्र प्रदेश के बापटला में जमीन से टकराने के करीब चक्रवात
चक्रवाती तूफान मिचॉन्ग कुछ ही देर में आंध्र प्रदेश के बापटला से टकराएगा। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने कहा कि चक्रवात दो घंटे में बापटला से टकरा सकता है। इसकी प्रक्रिया पहले ही सुरू हो चुकी है। चक्रवात के टकराने के दौरान हवाओं की गति 90 से 100 किमी प्रतिघंटे तक रहेंगी। वहीं आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में आज जबरदस्त बारिश होने की संभावना है।
Cyclone Michaung: तमिलनाडु ने केंद्र से मांगी 5000 करोड़ की अंतरिम सहायता
तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई और राज्य के कुछ अन्य जिलों में लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की अंतरिम केंद्रीय सहायता मांगी है। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता तिरुचि शिवा ने कहा कि भीषण चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण भारी बारिश से चेन्नई और अन्य जिले जलमग्न हो गए हैं। चक्रवात के दस्तक देने से कुछ घंटे पहले आई बाढ़ में एक बच्चे सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई। चेन्नई की सड़कों पर पानी भर जाने के कारण कारें बह गईं और हवाई अड्डे का संचालन बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘लगातार बहते पानी के कारण सड़कें नदियां बन गई हैं और नदियां समुद्र की तरह हो गई हैं… सभी जल निकाय ओवरफ्लो हो रहे हैं। कई टैंक टूट गए हैं।’’
आंध्र प्रदेश में चक्रवात मिचौंग के चलते भारी बारिश का दौर जारी है। तिरुपति में स्थित पांचों बांध बारिश के बाद पूरी क्षमता तक भर गए, जिसके चलते उनके गेटों को खोल दिया गया।