मथुरा। वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज को लेकर आश्रम प्रबंधन ने बड़ा फैसला लिया है। आश्रम के इस फैसले के बाद संत प्रेमानंद महाराज जी अब श्रद्धालुओं को रात के समय दर्शन नहीं देंगे। साथ ही आवास से आश्रम तक पैदल जाने को लेकर भी प्रेमानंद महाराज जी की अनिश्चितकालीन यात्रा पर भी रोक लगा दी गई है। यह सूचना सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है हालांकि प्रेमानंद महाराज की ओर से इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस सूचना पर यकीन करें तो अब उनके भक्तों को रात के समय दर्शन नहीं हो पाएंगे। दरअसल दिन में डायलेसिस के चलते भक्त उनके दर्शन नहीं कर पाते हैं।
संत प्रेमानन्द महाराज रात को ढाई बजे छटीकरा मार्ग स्थित फ्लैट से परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीहित राधा केली कुंज आश्रम पर पहुँचते हैं। यहाँ भोर में कथा कहते हैं और फिर एकांत वार्ता में लोगों के सवालों का जवाब देते हैं। पैदल चलकर आश्रम जाने वाले संत के साथ उनके परिकर भी रहते हैं। इसके वीडियो भी वह सोशल मीडिया पर डालते हैंए जिससे रात के समय भक्त उनके दर्शन को पहुँच जाते हैं और मार्ग पर रंगोली और फूलों को सजाकर उनका अभिनन्दन करते हैं। पिछले कुछ दिनों में भीड़ उमड़ने लगी। दर्शन पाने के लिए धक्का मुक्की की स्थिति भी बनने लगी। इसे लेकर प्रेमानन्द द्वारा अपने प्रवचनों में भी जिक्र किया। इसके बाद भी ज़ब लोगों की भीड़ कम न हुई तो बढ़ती भीड़ और स्वास्थ्य के चलते रात्रिकालीन पद यात्रा पर अनिश्चितकालीन रोक का फैसला लिया गया है।
बाराह घाट परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीहित राधा केली कुंज में ठाकुर श्री राधाबल्लभ महाराज के भक्त संत प्रेमानंद गोविंद शरण आध्यात्मिक बननेए राधा नाम का जाप करने का आह्वान करते हुए प्रवचन देते हैं। पिछले कुछ वर्ष में सोशल मीडिया पर उनके वीडियो की पहुंच काफी बढ़ी है। पिछले वर्ष भारतीय क्रिक्रेट टीम के कप्तान रहे विराट कोहली अपनी पत्नी अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और बच्ची के साथ उनके आश्रम आए थे तथा प्रवचन सुनकर आशीर्वाद लिया था। इसके बाद उनके अनुयायियों की संख्या में इजाफा होता गया।
महाराज जब रात को ढाई बजे वह अपने आश्रम से परिक्रमा मार्ग पर निकलते हैं तो सैकड़ों लोग उनके दर्शन करने के लिए कतारबद्ध खड़े नजर आते हैं। उनका यह वीडियो भी यू ट्यूबए फेसबुकए इंस्टाग्रामए टि्वटर पर होते हैं। तीन महीने पहले संत प्रेमानंद महाराज के वीडियोज पर सेंधमारी की गई थी। संस्था के सचिव सुरिन्दर सिंह ने पांच सितम्बर को कोतवाली में दर्ज कराई एफआईआर में शिकायत की थी कि किशनजीभगत डॉट इस्कॉन के नाम से मेल आईडी है। वह ऑरिजिनल कॉन्टेंट को अपने सोशल मीडिया पर डालकर संस्था के चैनल पर स्ट्राइक कर रहा है।