शरीर का अंदरुनी तापमान संतुलित रहना चाहिए। अगर शरीर में गर्मी बढ़ने लगती है तो कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण अत्यधिक पसीना आना, पेट में जलन, शरीर पर फोड़े-फुंसी आदि होने लगती हैं। इसे कंट्रोल में रखने के लिए गर्मी की डाइट पर ध्यान देना चाहिए।
शरीर को ठंडक देने के लिए लोग गर्मी में सादा दही खाते हैं। लेकिन आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. निकिता कोहली का मानना है कि ऐसा करने से शरीर को नुकसान पहुंचता है। क्योंकि, वो इसे गर्मी बढ़ाने वाला फूड मानती हैं। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में दही खाने का बेस्ट तरीका क्या है?
डॉ. निकिता कोहली कहती हैं कि दही शरीर को फायदा देती है, लेकिन जब उसे सही तरीके से खाया जाए। अगर दही को सही ढंग, सही टाइम और सही मौसम में ना लिया जाए तो वो हमारी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है।
अगर दही को आयुर्वेद में बताए तरीके से खाते हैं तो शरीर को सभी फायदे मिलते हैं। इसलिए गर्मी में दही में 4 चीजों में से एक मिलाकर ही सेवन करें।
दही को खाने का सही वक्त भी होता है। डॉक्टर कहती हैं कि दही का सेवन रात में कभी नहीं करना चाहिए। इससे पेट संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं। आप दोपहर के खाने के साथ इसे आराम से खा सकते हैं।
आयुर्वेद दही खाने से पहले मौसम देखने की सलाह भी देता है। डॉक्टर बताती हैं कि दही की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका सेवन सर्दियों में बेहतर माना जाता है। गर्मी और बरसात में इसे खाने से बचना चाहिए।