राजस्थान के भीलवाड़ा में बहन की जलती हुई चिता पर भाई कूद गया. आनन-फानन में वहां मौजूद परिजनों ने उसे चिता से बाहर निकाला. इसके बाद पास के अस्पताल में इलाज के लिए ले गए. बताया जा रहा है कि उसका पूरा शरीर जल गया है. अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान में मौजूद परिजनों की आंखें भाई-बहन के इस अटूट प्यार को देखकर नम हो गईं.
मामला बागोर थाना क्षेत्र के मांकियास गांव का है. जानकारी के मुताबिक, यहां की रहने वाली मीना की मौत किसी कारण से हो गई थी. इसके बाद उसके परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए के श्मशान घाट ले गए. पूरी रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार किया गया और चिता को अग्नि लगा दी गई. इसके बाद सभी लोग थोड़ी दूर जाकर बैठ गए.
इसके बाद सभी लोग दुखी मन से वहीं खड़े हुए एक दूसरे को ढांढ़स बंधा रहे थे. मृतका का चचेरा भाई सुखदेव भील भी वहीं चिता के पास बैठा हुआ था. वो सबकी बातें गौर से सुन रहा था. इसके बाद उसे न जाने क्या हुआ. वह अचानक दौड़कर चचेरी बहन की जलती चिता पर कूद गया.
आनन-फानन में परिजनों ने सुखदेव को बड़ी मुश्किल से जलती हुई चिता से बाहर निकाला. इसके बाद उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती करवाया. सुखदेव का उपचार करने वाले डॉक्टर ने कहा है कि वह शत प्रतिशत जल चुका है. उसकी स्थिति गंभीर है.
अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे परिजन हीरा लाल भील ने बताया कि सुखदेव अपनी चचेरी बहन मीना से बहुत प्यार करता था. मीना की मौत के बाद वह बुरी तरह से टूट गया था. मौत के बाद भी वह मीना को अकेला नहीं छोड़ना चाहता था. शायद वह अपनी जिंदगी खत्म करने के लिए ही मीना की जलती चिता पर कूद गया होगा.