लखनऊ. गर्भावस्था एक ऐसा खूबसूरत पल होता है जिसमें मां को बहुत सी सावधानियां बरतने के लिए कहा जाता है. इसी दौरान कई गलतफहमियां भी होती हैं, जिस वजह से मां और बच्चे दोनों को नुकसान होता है. आखिर गर्भावस्था में किन महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखकर मां अपने आने वाले बच्चे को स्वस्थ रख सकती है, इसके ऊपर न्यूज 18 लोकल ने प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग क्वीन मेरी अस्पताल में स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी जैसवार से बात की. उनसे पूछा गया कि क्या प्रेगनेंसी के दौरान मेंहदी लगाई जा सकती है?
उन्होंने बताया कि सिर पर मेहंदी लगाने से गर्भावस्था में कोई भी दिक्कत नहीं होती है. सर्दियों के मौसम में मेहंदी को सिर पर लगाकर ज्यादा देर तक न रखें, इससे मां को सर्दी जुकाम खांसी होने का डर रहता है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ऐसा नहीं है कि गर्भावस्था में गर्म चीजें नहीं खा सकते, खा सकते हैं लेकिन थोड़ी-थोड़ी मात्रा में. उन्होंने बताया कि जब भी महिला को यह पता चले कि वह गर्भवती है तो सबसे पहले अस्पताल आए. अपना पंजीकरण कराए. जांच कराए.
अल्ट्रासाउंड भी महत्वपूर्ण होता है. कई बार बच्चा पेट की नली के अंदर फंसा होता है, ऐसे में नली का फट जाना मां और बच्चा दोनों के लिए जानलेवा होता है. जांच कराने से यह समय से पता चल जाता है, जिससे समय पर इसका समाधान हो जाता है.
प्रोफेसर जैसवार ने बताया कि गर्भावस्था में उल्टी ज्यादा हो रही है, तो रात में ब्रश करके सोएं. सुबह उठते ही हल्का सा कुछ खा लें. दिन में थोड़ा-थोड़ा खाएं. एक बार में सब कुछ न खाएं. पानी भी थोड़ा-थोड़ा दिन में कई बार लें.
उन्होंने बताया कि गर्भावस्था में शारीरिक संबंध को लेकर के कई लोग सवाल पूछते हैं कि इसमें बनाने चाहिए या नहीं? सही सलाह यही है कि गर्भावस्था में शारीरिक संबंध बनाने से महिला और पुरुष दोनों को ही बचना चाहिए. ऐसे में गर्भपात होने की संभावनाएं बन जाती हैं.
उन्होंने बताया कि गर्भावस्था में सबसे ज्यादा महिलाओं के मूड पर असर पड़ता है. वे चिड़चिड़ी हो जाती हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके अंदर हार्मोन बदलाव होते हैं. ऐसे में जरूरी है कि पति अपनी पत्नी के मूड का ध्यान रखें. हल्की म्यूजिक सुनें. उसे जो बातें खराब लगती हों उसे न किया जाए. उसकी मनपसंद चीजों को ही किया जाए. घर में लड़ाई-झगड़ा बिल्कुल भी न करें.
उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में प्रतिदिन 300 से 400 मरीज आते हैं. सभी को सलाह दी जाती है कि गर्भावस्था में फोलिक एसिड जरूर लें. योग करें और डॉक्टर की देखरेख में ही अपना प्रसव कराएं. डाइट का विशेष तौर पर ध्यान रखें, हरी सब्जियां ही खाएं.