हरिद्वार। चिकन कारोबारी से 48 हजार की लूट को अंजाम देने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने 72 घंटे के भीतर वारदात का पर्दाफाश कर लिया।
उनसे 44 हजार की नकदी और दो तमंचे भी बरामद हुए हैं। घटना का मास्टरमाइंड एक चिकन कारोबारी ही निकला। कर्ज उतारने के लिए उसने एक दूसरे चिकन कारोबारी सहित अपने साथियों के साथ मिलकर लूट को अंजाम दिया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने सीसीआर में घटना का पर्दाफाश किया।
गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि दुकानों पर मुर्गा सप्लाई करने वाले जुल्फिकार निवासी धनपुरा से बहादराबाद में गंगनहर पटरी पर पीर बाबा मजार के पास स्कार्पियों सवार चार बदमाश 48 हजार की नकदी, मोबाइल फोन, बाइक की चाबी, आधार कार्ड लूटकर फरार हो गए थे।
अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एएसपी ज्वालापुर रेखा यादव के निर्देशन में एक टीम का गठन किया गया था। बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और मुखबिर तंत्र की मदद ली।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रानीपुर झाल से सफेद स्कार्पियो समेत चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम अमित उर्फ गोदू निवासी ग्राम कलसिया बेहट सहारनपुर हाल निवासी अंबेडकरनगर रावली महदूद, अमित उर्फ सिल्लू निवासी अलीपुर बहादराबाद, रजत कर्णवाल निवासी ग्राम कटहरा, जानसठ मुजफ्फरनगर व सत्यम निवासी ग्राम ब्रह्मपुरी रावली महदूद बताया।
एसएसपी ने बताया कि अमित उर्फ गोदू की रावली महदूद में चिकन की दुकान है। उसका काम नहीं चल रहा था और सिर पर काफी कर्जा हो गया था। कर्ज चुकाने के लिए अमित ने पड़ोस में चिकन की दुकान चलाने वाले सत्यम के साथ मिलकर लूट की योजना बनाई थी।
चिकन कारोबारी होने के चलते वह जुल्फिकार को जानता था और उसे यह भी मालूम था कि वह दुकानदारों से पैसे इकट्ठे कर किस रास्ते से घर जाता है। उनके कब्जे से 44 हजार रुपये, दो तमंचे मय कारतूस और एक स्कार्पियो बरामद हुई है। कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।
एसएसपी ने पुलिस टीम को शाबाशी देते हुए 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। टीम में बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, शांतरशाह चौकी प्रभारी हेमदत्त भारद्वाज, उपनिरीक्षक पंकज कुमार, कांस्टेबल सुनील चौहान, अमित भट्ट और ज्वालापुर कोतवाली में तैनात कांस्टेबल प्रेम सिंह व पंकज ध्यानी शामिल रहे।
आरोपितों को पकड़ने में सीसीटीवी कैमरों ने पुलिस की राह आसान की। कई कैमरे खंगालने के बाद पुलिस ने बहादराबाद टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। उसमें कार का नंबर पता चलने पर मालिक की डिटेल निकाली। पता चला कि कार बहादराबाद निवासी ट्रैवल्स कारोबारी सुरेश की है। उसने अपने ड्राइवर अमित उर्फ सिल्लू का नाम बताया। अमित से पूछताछ के बाद पूरी कहानी सामने आ गई।
बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि रजत सिडकुल की हिंदुस्तान यूनिलीवर कंपनी में काम करता है और अपने जीजा के साथ रहता है। चारों आपस में दोस्त हैं। लूट के बाद चारों आरोपितों ने 12-12 हजार रुपये बांट लिए थे।