नई दिल्ली। इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो प्राकृतिक रूप से पैंक्रियाज में बनता है। यदि शरीर के अंदर इंसुलिन का उत्पादन ठीक से ना हो या यह अपना काम ठीक से ना कर पाए तो हम शुगर के पेशंट बन सकते हैं। शुगर के मरीज आमतौर पर इंजेक्शन की मदद से इंसुलिन लेते हैं। दुनिया में इंसुलिन की औसत लागत भारत में सबसे कम है। RAND के मुताबिक भारत में इसकी कीमत 1.6 डॉलर यानी करीब 133 रुपये है। लेकिन दुनिया में एक देश ऐसा भी है जहां इसकी कीमत 100 डॉलर के करीब है। आइए जानते हैं कि किन देशों में इंसुलिन की कीमत सबसे ज्यादा है और कहां सबसे कम.
RAND के मुताबिक दुनिया में इंसुलिन की सबसे ज्यादा कीमत अमेरिका में है। इस देश में इंसुलिन की एवरेज कॉस्ट 99 डॉलर यानी 8,250 रुपये के आसपास है। 2021 के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में 3.84 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित थे। यह देश की कुल आबादी की करीब 11 फीसदी है। एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में इस समय करीब 53.7 करोड़ लोगों को डायबिटीज है और साल 2045 तक इस संख्या के 70 करोड़ पहुंचने की आशंका है। इंसुलिन की कीमत के मामले में कोई दूसरा देश अमेरिका के आसपास नहीं है। दूसरे नंबर पर चिली है जहां इंसुलिन की एवरेज कॉस्ट 21 डॉलर है। मेक्सिको में यह 16 डॉलर, जापान में 14 डॉलर, स्विट्जरलैंड में 12 डॉलर, कनाडा में 12 डॉलर, जर्मनी में 11 डॉलर और इटली में 10 डॉलर है।
फ्रांस, फिनलैंड और स्पेन में इंसुलिन की एवरेज कॉस्ट नौ डॉलर है। वहीं ऑस्ट्रिया, नॉर्वे, स्वीडन, चेक रिपब्लिक और पुर्तगाल में यह आठ डॉलर है। यूके, ऑस्ट्रेलिया और स्लोवाकिया में इंसुलिन की एक डोज के लिए आपको सात डॉलर चुकाने होंगे जबकि हंगरी में छह डॉलर में काम चल जाएगा। पूर्वी यूरोप के देश पोलैंड में इसकी कीमत पांच डॉलर है जबकि तुर्की में 2.6 डॉलर और ब्राजील में 2.4 डॉलर है।