मुजफ्फरनगर। जिले की 61 सहकारी समितियों के 267 संचालक पदों के लिए शनिवार को हुए मतदान के बाद देर शाम तक नतीजे घोषित कर दिए गए। विजयी संचालकों ने खुशी मनाई। नतीजों के बाद संचालकों की मान-मनौव्वल का सिलसिला शुरू हो गया। सभापति और उपसभापति के संभावित दावेदारों ने संपर्क साधना शुरू कर दिया है। रविवार को चुनाव होगा। भाजपा और सपा-रालोद गठबंधन ने भी अपना-अपना गणित साधना शुरू कर दिया है।
शनिवार सुबह 10 से शाम चार बजे तक जिले की 61 समितियों पर 267 पदों के लिए मतदान कराया गया। समिति सदस्यों ने कतार में खड़े होकर मतदान किया। दिनभर केंद्रों पर मतदाताओं की आवाजाही लगी रही। शाम चार बजे के बाद कड़ी निगरानी में मतगणना कराई गई, जिसके नतीजे घोषित कर दिए गए हैं।
सभापति और उपसभापति के लिए रविवार को चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई है। अधिकतर जगह भाजपा और गठबंधन के समर्थकों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। एआर को-ओपरेटिव रत्नाकर ने बताया कि रविवार को सभापति और उपसभापति का चुनाव होगा।
जिले में 267 संचालक मतदान के माध्यम से चुने गए हैं, जबकि 300 संचालक निर्विरोध चुने गए थे। अब 567 संचालक सभापति और उपसभापति का चुनाव करेंगे। आरक्षित पदों के लिए नौ प्रतिनिधि मनोनीत किए जाएंगे। सहकारी समिति से चुने गए संचालकों को संघ के दूसरे सदनों में भी भेजा जाएगा।
जिले की कुरथल, कुटबी और भौरा खुर्द समिति पर संचालक निर्विरोध चुने गए हैं। इस वजह से तीनों समितियों पर शनिवार को चुनाव नहीं हुआ। जसोई समिति का चुनाव निरस्त कर दिया गया था। सभापति और उपसभापति का चुनाव 64 समितियों पर कराया जाएगा।
किसान सेवा समिति सिसौली में सिर्फ संचालक के एक पद के लिए चुनाव हुआ। प्रत्याशी सूरजभान ने सीधे मुकाबले में भाजपा के मंडल अध्यक्ष यशपाल बालियान को पराजित कर दिया। सूरजभान को 150 और यशपाल बालियान को 125 वोट मिले। आठ वोट रद्द हुए। जीत के बाद सूरजभान ने भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की और खुशी मनाई।