मुजफ्फरनगर। जमीअत उलमा जिला मुजफ्फरनगर का एक प्रतिनिधि मंडल मौलाना नजर मोहम्मद के नेतृत्व में डीएम चंद्रभूषण सिंह से मिला। जिसमें जमीयत के पदाधिकारियों ने जिले में इबादत स्थलों से लाउडस्पीकर उतारे जाने के सिलसिले में चर्चा की।
मौलाना नजर मोहम्मद ने डीएम को बताया की पूरे जिले की मस्जिदों और धार्मिक स्थलों के लाउडस्पीकर को अनुमति होने के बावजूद उतरवाया जा रहा है। जिससे रमजान मुबारक के पवित्र महीने में खासतौर से अजान, सहरी और इफ्तार के वक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर जमीयत के पदाधिकारियों से डीएम ने कहा की यह एक कानूनी प्रक्रिया है और सुप्रीम कोर्ट तथा हाईकोर्ट के आदेशानुसार किसी भी धर्म स्थल पर तेज आवाज में लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं है।
उन्होंने कहा कि सब इस कानूनी प्रक्रिया का पालन करें और जहां-जहां तेज आवाज के लाउडस्पीकर लगे हुए हैं उनकी आवाज़ धीमी करें। डीएम ने जमीयत के प्रतिनिधि मंडल से कहा कि अपनी-अपनी तहसीलों में जाकर एसडीएम से लाउडस्पीकर की अनुमति प्राप्त कर लें। अगर इन नियमों का पालन सभी धर्मों के लोगों द्वारा या किसी कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा किया गया तो कहीं कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
जमीयत उलेमा के पदाधिकारियों ने तमाम मुसलमानों से अपील की कि अपनी-अपनी मस्जिदों के लाउडस्पीकर को नीचे की ओर प्रशासन की अनुमति से लगाएं और धीमी आवाज में रखें। जिन मस्जिदों में लाउडस्पीकर लगाने की परमिशन नहीं है। उनकी परमिशन अपने एसडीएम से प्राप्त कर लें। डेलिगेशन में प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना नज़र मुहम्मद क़ासमी, जिलाध्यक्ष मौलाना क़ासिम क़ासमी, मौलाना ताहिर क़ासमी, सलीम मलिक, कलीम त्यागी , कारी अब्दुल रहमान, फैसल खान आदि मौजूद रहे।