मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में होली के मद्देनजर इस बार शबे बरात पर होने वाले जलसे को स्थगित कर दिया गया है। मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने यह निर्णय लेते हुए घरों और मस्जिदों में इबादत करने का आह्वान किया है। उलेमा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष और शहर मुफ्ती जुल्फिकार हुसैन ने जलसा स्थगित किए जाने की पुष्टि की है। शबे बरात और होली एक ही दिन पड़ रही है।
शबे बरात के मौके पर शहर के खालापार मीनाक्षी चौक पर प्रत्येक वर्ष जलसे का आयोजन किया जाता है। जलसे में दारुल उलूम देवबंद और आसपास के जनपदों से मुफ्ती और उलेमा पहुंच कर तकरीर करते हैं। तकरीर के माध्यम से समाज के लोगों को अच्छाई की ओर आगे बढ़ने और बुराई से दूर होने का संदेश दिया जाता है। शबे बरात के मौके पर आयोजित जलसे में लोगों से आह्वान किया जाता है कि वह उस रात को अल्लाह की इबादत में गुजारें और जानबूझकर या अनजाने में जो गुनाह उन्होंने किए हैं, उसकी मगफिरत के लिए अल्लाह से रो–रो कर माफी मांगे।
हालांकि गत वर्ष भी शबे बरात और होली एक ही दिन पड़ने के कारण मीनाक्षी चौक पर वर्षों से आयोजित हो रहा जलसा स्थगित कर दिया गया था। इस बार भी होली और शबे बरात एक ही दिन होने के कारण मुस्लिम समाज के जिम्मेदार लोगों ने जलसा स्थगित करने का फैसला लिया है। मुफ्ती जुल्फिकार ने बताया कि जलसे का उनवान (शीर्षक) शबे बरात की फजीलत रहता था। उन्होंने बताया कि जलसे के मुख्य आयोजक हौज़ वाली मस्जिद के पेश इमाम कारी खालिद रहते हैं। जिन्होंने मशविरा कर जलसा स्थगित करने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को टालने के मद्देनजर जलसा स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।