मेरठ। गौरव नानू गांव का है, जिसके चलते उसको जंगल की पूरी जानकारी थी। आरोपियों ने ट्यूबवेल पर अपने हाथ-पैर और कार को साफ किया। वहीं घटना की जांच करते हुए एसएसपी घटनास्थल पर पहुंचे थे। वहां से चंद कदम दूर आरोपी गौरव की ट्यूबवेल थी, जहां पर एसएसपी ने हाथ धोए। तभी वहां खून पड़ा दिखाई दिया था। वहीं देर रात दोनों युवतियों के शवों का नानू गांव में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के सिर में एक.एक गोली का निशान मिला है।
मेरठ के सरधना के रहने वाले एक प्रेमी को अफसाना नाम की जिस लड़की से मोहब्बत थी, वह किसी और को पसंद करती थी। मुश्किल यह थी कि वह जिसे पसंद करती थी वह कोई लड़का नहीं, बल्कि लड़की ही थी।
प्रेमी को यह गवारा नहीं था, प्रेमी के कई बार समझाने पर भी अफसाना ने सहेली का साथ नहीं छोड़ा, और फिर हुआ वो जिसकी दोनों सहेलियों ने कल्पना भी नहीं की होगी। प्रेमी ने दोनों सहेलियों को बहाने से नोएडा बुलाया और फिर दिया ऐसी वारदात को अंजाम जिसकी कहानी सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। आगे स्लाइड्स में पढ़ें दोहरे हत्याकांड की पूरी कहानी –
सरधना के नानू-रतौली मार्ग स्थित नाला पटरी पर दो युवतियों के शव मिलने पर सनसनी फैल गई। काफी मशक्कत के बावजूद शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी। कई घंटे बाद जब पुलिस ने गांव के कुछ लोगों से जानकारी की, तो सामने आया कि एक युवती नानू गांव की है, जबकि दूसरी उसकी ही रिश्तेदार निकली, जो नोएडा में नौकरी कर रही थी। शवों की शिनाख्त होते ही पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू कर दी।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि अफसाना का गांव के ही एक युवक गौरव के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इस आधार पर पुलिस ने प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। तकरीबन दस घंटे बाद ही पुलिस ने घटना का सनसनीखेज खुलासा कर दिया।
हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि प्रेमी ही निकला। जिसने प्रेमिका और उसकी सहेली को बेरहमी से गोली मारकर मौत के घाट उतारा और फिर शवों को नहर पटरी पर फेंक दिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी प्रेमिका और उसकी सहेली दोनों समलैंगिक थीं और उसे ब्लैकमेल कर रही थीं जिसके चलते उसने दोनों को मार डाला। हत्या में प्रयुक्त कार पुलिस ने बरामद कर ली है।
हत्यारोपी गौरव त्यागी ने दोनों को मारने की योजना पहले ही बना ली थी। उसने 10 अगस्त की शाम पांच बजे दोनों युवतियों को शॉपिंग कराने के बहाने अपनी कार में बैठा लिया। रात्रि आठ बजे उसने दोनों को शॉपिंग कराई और वापस मेरठ के लिए निकल लिया।
यहां दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर रात 10 बजे गौरव ने कार में ही अफसाना की सहेली के सिर में गोली मार दी। अफसाना यह देखकर घबरा गई और चिल्लाने लगी। वह उसे डॉक्टर के पास लेजाने के लिए कहती रही लेकिन आरोपी ने एक न सुनी और वह नानू नहर के पास पहुंच गया।
बताया कि हिना कार में तड़पती रही और आरोपी गौरव अफसाना को बाहर निकालकर उसे कुछ दूर नहर के पास ले गया। यहां बात करते हुए उसने रात 12 बजे अफसाना को भी गोली मार दी। वहीं हिना ने कार में तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। दोनों के शव नहर के पास फेंक दिए। इसके बाद गौरव ने ट्यूबवैल पर हाथ धोए और घर जाकर सो गया।
घटना की जांच पड़ताल करते वक्त एसएसपी उसी ट्यूबवैल के नजदीक पहुंचे और हाथ धोए, जहां उन्हें खून पड़ा दिखाई दिया। इसके बाद पूरी वारदात सामने आ गई। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया, वहीं दोनों युवतियों के शव सुपुर्द-ए-खाक कर दिए गए।