मुजफ्फरनगर. रामराज के गंगा बैराज पर गंगा का जलस्तर चेतावनी बिन्दु 219 मीटर से ऊपर बना हुआ है। वही गंगा में अत्याधिक सिल्ट आ जाने से मध्य गंगानहर नहर को बन्द कर गंगा बैराज के सभी 28 गेट खोल दिये गए है। लगातार बढ़े जलस्तर ने प्रशासन के अलावा ग्रामीणों को चिन्ता बढ़ा दी है।
शिवालिक की पहाड़ियों व मैदानी क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार वर्षा से जहा किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। वहीं वर्षा के पानी से गंगा का जलस्तर भी लगातार बढ़ा हुआ है। जिससे सिचाई विभाग के साथ-साथ गंगा के निकट रहने व खेती करने वाले ग्रामीणों और किसानों की चिन्ता बढ़ने लगी है।
रविवार को रामराज के मध्य गंगा बैराज पर स्थित बैराज कन्ट्रोल रूम पर सिचाई विभाग के अवर अभियन्ता पीयूष कुमार ने अपनी टीम के साथ बैराज जलाशय का जलस्तर 221.50 मीटर व बैराज के डाउन स्ट्रीम में नदी का जलस्तर चेतावनी बिन्दु 219 मीटर से ऊपर 219.50 की माप दर्ज की जबकि गंगा बैराज से डाउन स्ट्रीम में गंगा नदी का निस्सारण 122816 क्यूसेक छोड़ा जा रहा है। वही गंगा के पानी मे अत्याधिक सिल्ट आ जाने के कारण मध्यगंगा नहर को बन्द कर दिया गया है व गंगा बैराज से पानी के डाउनस्ट्रीम में निस्सारण के लिए बैराज के सभी 28 गेट खोल दिये गए है। वही हरिद्वार बैराज से दोपहर 3 बजे गंगा में 91983 क्यूसेक जल ओर छोड़ा गया। जो देर शाम तक गंगा बैराज पर पहुचेगा।
गंगा के बढ़े जलस्तर से खादर क्षेत्र में भूगर्भ से निकले चोये के पानी से खादर क्षेत्र की फसलें भी जलमग्न हो गयी। गंगा में निरन्तर बढ़ रहे जलस्तर से सिचाई विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों की चिन्ता बड़ी हुई है। और अधिकारी बैराज कन्ट्रोल रूम पर बार-बार पानी की स्थिति का जायजा ले रहे है। प्रशासन द्वारा भी शनिवार को सुरक्षा की दृष्टि से रामराज क्षेत्र की सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट जारी कर बाढ़ चौकियों पर लेखपालों को नियुक्त कर दिया था। तथा गंगा के किनारे खेती करने व रहने वाले किसानों व ग्रामीणों को गंगा से दूर रहने व रात्रि के समय गंगा के किनारे न जाने की अपील की है।