नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने गुरुवार को तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए स्माल सेविंग स्कीम की नई ब्याज दरों की घोषणा कर दी. इस बार सरकार ने 1 अक्टूबर से शुरू होने वाली तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में 30 बेसिस प्वाइंट तक की बढ़ोतरी की है. डाकघरों में 3 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट को मौजूदा 5.5 प्रतिशत से 5.8 प्रतिशत कर दिया है.
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के लिए ब्याज दर 7.4% से बढ़ाकर 7.6%, किसान विकास पत्र के लिए 6.9% से बढ़ाकर 7 फीसदी और दो व तीन साल की फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए भी ब्याज दरों को बढ़ाया है. किसान विकास पत्र के लेकर टैन्योर में भी बदलाव हुआ है. अभी 7 फीसदी ब्याज दर वाले KVP की मैच्योरिटी 123 महीने कर दी गई है, जबकि 6.9 परसेंट वाले केवीपी की अवधि 124 महीने होती थी.
हालांकि, सेविंग डिपॉजिट, 1 साल, 5 साल की एफडी, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NCS), सुकन्या समृद्धि योजना, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) पर वर्तमान तिमाही के समान ब्याज दरें मिलती रहेंगी. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट पर ब्याज दर फिलहाल 6.8 फीसदी है. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) पर 7.10 प्रतिशत ब्याद दर है.
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक ने मई से बेंचमार्क उधार दर (Lending Rates) में 140 आधार अंकों की वृद्धि की है. इसने बैंकों को डिपॉजिट पर भी ब्याज दरें बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है.
अभी तक इस तरह का अनाउंसमेंट रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक के बाद की जाती थी, मगर इस बार सरकार ने इसकी घोषणा एक दिन पहले ही कर दी है. कल (28 सितंबर को) शुरू हुई रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की MPC की बैठक कल (शुक्रवार) को समाप्त होगी. कल पॉलिसी रेट्स को संशोधित किया जा सकता है. ज्यादातर एक्सपर्ट लेडिंग रेट्स में फिर से वृद्धि की संभावना जता रहे हैं. यदि ऐसा होता है तो लोन महंगा हो जाएगा और ईएमआई बढ़ जाएगी.