मुजफ्फरनगर. कांवड़ यात्रा को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। कांवड़ियों की सेवा में दवाइयों की किट सहित उपचार के इंतजाम किए गए है। वहीं जिला अस्पताल परिसर में 20 बेड का अलग से वार्ड तैयार किया गया है, जिसमें किसी प्रकार की समस्या होने पर कांवड़ियों को भर्ती कर उपचार दिया जाएगा। इमरजेंसी में भी अलग से व्यवस्था रहेगी।
कांवड़ यात्रा के दौरान सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के कारण कांवड़िए अक्सर बीमार हो जाते हैं। मुजफ्फरनगर में कांवड़ियों को किसी प्रकार की समस्या होने पर उन्हें पूर्ण उपचार देने की व्यवस्था की गई है। कांवड़ मार्ग के नजदीक सीएचसी पर उन्हें दवा देने की व्यवस्था की गई है। हालत बिगड़ने पर पर जिला अस्पताल में उपचार की व्यवस्था रहेगी।
नेत्र विभाग में कांवड़ियों को भर्ती कर उपचार के लिए 20 बेड का वार्ड बनाया गया है। इसका नोडल अधिकारी डा. संजय वर्मा को बनाया गया है। वह कांवड़ियों को उपचार के साथ ही अन्य व्यवस्था देखेंगे। वार्ड में दो-दो नर्स 24 घंटे तैनात रहेंगी। सीएमएस डा. राकेश कुमार ने बताया कि इस वार्ड में केवल कांवड़ियों को रखा जाएगा।
विशेषज्ञ चिकित्सक की यहां तैनाती की गई है। इमरजेंसी वार्ड में रिजर्व रहेंगे बेड पैदल कांवड़ या डाक कांवड़ के दौरान किसी कांवड़िये के गंभीर हालत में आने पर उन्हें इमरजेंसी में उपचार दिया जाएगा। इनके लिए बेड आरक्षित रखे गए हैं। हालत गंभीर होने पर मेरठ रेफर किया जाएगा।