नई दिल्ली: दिल्ली में केजरीवाल सरकार की अहम योजना मुफ़्त योग क्लासेज को बंद करने की कोशिश पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भड़क गए हैं. इस मामले में सिसोदिया के नाराज होने की वजह इस योजना को सरकार से बिना पूछे बंद किए जाने के आदेश देना है. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, 30 सितंबर को दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम को बंद करने का फैसला सेक्रेटरी ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन की ओर से लिया गया, जोकि गलत है.
मुफ़्त योग क्लासेज बंद करने की कोशिश से नाराज़ मनीष सिसोदिया ने सेक्रेटरी, ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन को नोटिस जारी किया है और उनसे 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है. नोटिस में सिसोदिया की ओर से पूछा गया है कि ‘सरकार इस कार्यक्रम को न सिर्फ आगे बढ़ाना चाहती है, बल्कि इसका पैमाना भी बढ़ाना चाहती है तो फिर ऐसे में संबंधित मंत्री से चर्चा किए इसको बंद करने का फैसला कैसे लिया? दिल्ली सरकार के सेक्रेट्री, ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन से इस बाबत जवाब मांगा गया है.
दरअसल, केजरीवाल सरकार दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम के तहत दिल्ली के लोगों को योग सीखने के लिए मुफ्त योगा इंस्ट्रक्टर मुहैया कराती है. इस कार्यक्रम के तहत दिल्ली में रोजाना 590 योगा क्लास चलती हैं, जिसमें 17,000 लोग योग सीखते हैं. बीते साल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 13 दिसंबर 2021 को यह योजना शुरू की थी. उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि बीते 30 सितंबर को दिल्ली की योगशाला कार्यक्रम को बंद करने का फैसला सेक्रेटरी, ट्रेनिंग एंड टेक्निकल एजुकेशन की तरफ से लिया गया. यह संबंधित मंत्री या सरकार से बिना चर्चा के लिया गया. यह गलत है.