अलीगढ़। होली के जश्न के बीच शहर में बुधवार रात को बड़ी घटना हो गई। कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के इस्लाम नगर में मां व दो बेटियों के शव उन्हीं के घर में पड़े मिले। घर में इनके अलावा कोई और नहीं रहता था। पुलिस के मुताबिक, महिला लंबे समय से बीमार थी। परिवार बेहद गरीब था। प्राथमिक जांच में पुलिस आत्महत्या करने की बात बता रही है। पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट होगा। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।
मूलरूप से अकराबाद क्षेत्र के पिलखना की रहने वाली 55 वर्षीय नगीना (हाल निवासी इस्लाम नगर) के पति खलील की करीब आठ साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। इन पर सात बेटियां हैं। पांच बेटियों की शादी हो चुकी है। खलील रिक्शा चलाकर परिवार का गुजारा करते थे। खलील की मौत के बाद नगीना ने जैसे-तैसे बेटियों का पालन पोषण किया। नगीना पहले भुजपुरा में रहती थीं।
करीब छह महीने से पहले दो बेटियों 17 वर्षीय बानो व 16 वर्षीय पाची के साथ इस्लाम नगर पर किराए के मकान में रह रही थीं। पुलिस के मुताबिक, नगीना को किडनी की बीमारी थी। उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। इसके चलते चंदा डालकर उसका इलाज कराया जा रहा था। दोनों बेटियों का मां से बेहद लगाव था। कारखाने में काम करके मां के इलाज के लिए रुपये जमा करती थीं।
बड़ी बेटी तरन्नुम ने बताया कि मां नगीना अपनी बीमारी से परेशान थी। बुधवार शाम को मां से हालचाल लिया था। सबकुछ ठीक था। तब मां ने उसे बुलाया भी था। रात में जब वह घर आई तो पता चला कि मां की मौत हो चुकी है। दोनों बहनें रो रही थीं। कुछ देर बाद उन दोनों की हालत भी खराब हो गई। उन्हें अस्पताल ले जाने लगे, मगर उन्होंने भी दम तोड़ दिया। जानकारी पर सीओ प्रथम अभय पांडेय, इंस्पेक्टर कोतवाली नगर रामवकील घटनास्थल पर पहुंचे और जानकारी ली।
सीओ ने बताया कि प्राथमिक जांच के आधार पर लग रहा है कि महिला की बीमारी से मौत हुई है। चूंकि दोनों बेटियों का मां से लगाव था तो वियोग में दोनों ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। मौके से एक पुड़िया में संदिग्ध पदार्थ मिला है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।