नई दिल्ली. यूरिक एसिड के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. सभी उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. यूरिक एसिड का लेवल पुरुषों में 4 से 6.5 और महिलाओं में 3.5 से 6 तक नॉर्मल माना जाता है. यूरिक एसिड सामान्य से ज्यादा होने पर लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां होने लगती हैं. अधिकतर लोग यूरिक एसिड को लेकर बेहद परेशान रहते हैं. उन्हें लगता है कि यह एक लाइलाज बीमारी है और इसे कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो सकता है. इसे लेकर डॉक्टर की राय जानकर आप हैरान रह जाएंगे. यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे सभी लोगों को डॉक्टर की बातों को जरूर जान लेना चाहिए.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमरेंद्र पाठक के मुताबिक यूरिक एसिड हमारे लिवर में बनने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट होता है, जो किडनी के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाता है. कई बार लिवर और किडनी की प्रॉब्लम होने पर यूरिक एसिड बॉडी से बाहर नहीं निकल पाता और यह शरीर के अंदर जमा हो जाता है. ज्यादा नॉन वेज और हाई प्रोटीन वाले फूड्स खाने से भी यूरिक एसिड लेवल बढ़ सकता है. इसकी वजह से गाउट की समस्या हो जाती है और कुछ मरीजों को किडनी स्टोन की परेशानी भी हो जाती है. यह समस्या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है.
डॉ. अमरेंद्र पाठक कहते हैं कि यूरिक एसिड लाइलाज बीमारी नहीं है. इसे दवाओं के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है. एक बार जब आपका यूरिक एसिड लेवल नॉर्मल हो जाए तब धीरे-धीरे करके दवाओं को बंद कर सकते हैं. ऐसा डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए. अधिकतर मामलों में यूरिक एसिड जानलेवा साबित नहीं होता है. किडनी और लिवर की बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है. यूरिक एसिड बढ़ने पर अगर आप शुरुआत में ही इलाज करा लेंगे तो आपको ज्यादा समस्या नहीं होगी. इसे लंबे समय तक नजरअंदाज करना सही नहीं होता.
डॉक्टर के मुताबिक अगर आपका यूरिक एसिड नॉर्मल से ज्यादा है तो आपको हाई प्रोटीन वाले फूड्स और रेड मीट से दूरी बनानी चाहिए. इसके अलावा खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए. खाने-पीने और लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि यह ज्यादा बढ़ जाए तो इसे दवाओं से कंट्रोल किया जाता है. समय-समय पर सभी लोगों को यूरिक एसिड का टेस्ट कराना चाहिए और किसी भी तरह की समस्या होने पर फिजीशियन या नेफ्रोलॉजिस्ट से संपर्क करना चाहिए.