नई दिल्ली. विशाल गर्ग का नाम लेने पर शायद आपको ज्यादा बताने की जरूरत न हो. ये वहीं CEO हैं, जिन्होंने एक झटके में जूम कॉल पर 900 लोगों को नौकरी से निकाल दिया था. इसके बाद विशाल गर्ग की दुनियाभर में आलोचना हुई. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद बोर्ड ने विशाल गर्ग को छुट्टी पर भेज दिया था.छुट्टी खत्म होने के बाद विशाल गर्ग ने फिर से अपनी जिम्मेदारी संभाल ली है. लेकिन कंपनी में काम करने वालों में उसे लेकर दहशत का माहौल है. विशाल गर्ग को लेकर इंटरनेट पर तमाम तरह की जानकारियां चल रही हैं. यहां हम आपको बताएंगे कौन हैं विशाल गर्ग और कैसे तय किया उन्होंने यहां तक का सफर?
इंटरनेट पर विशाल गर्ग के जन्म को लेकर सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है. लेकिन दावा किया जा रहा है कि उनका जन्म 1977 या 1978 में भारत में ही हुआ था. बाद में वह न्यूयॉर्क चले गए. 10वीं की पढ़ाई उन्होंने मैनहैट्टन के Stuyvesant High School से की. 1995 में विशाल ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से फाइनेंस और इंटरनेशनल बिजनेस की पढ़ाई की. विशाल गर्ग ने फाइनेंस और इंटरनेशनल बिजनेस की पढ़ाई के दौरान MyRichUncle नामक इन्वेस्टमेंट कंपनी शुरू की. इसके बाद 2014 में उन्होंने बैटर डॉट कॉम की शुरुआत की. वह इस कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं. यह कंपनी होम लोन समेत विभिन्न प्रकार की सर्विस देती है. विशाल जीरो कैपिटल के फाउंडिंग पार्टनर भी हैं.
विशाल गर्ग इससे पहले भी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुके हैं. जिस वीडियो से विशाल चर्चा में आए, उसमें उन्होंने कहा था जब उन्होंने पहली बार ऐसा किया था तो वह खूब रोए. जूम कॉल पर उन्होंने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बेवकूफ डॉल्फिनों का झुंड बताया था. इससे पहले विशाल ने अपने बिजनेस पार्टनर रजा खान को जिंदा जलाने की धमकी थी. हालांकि यह उनकी प्रोफेशनल लाइफ की शुरुआत थी और इस पर उन्होंने माफी भी मांगी थी. बैटर डॉट कॉम के सीईओ विशाल गर्ग लग्जरी लाइफस्टाइल जीते हैं. उनकी पर्सनल लाइफ का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं वह जिस घर में रहते हैं उसका हर महीने का किराया 17000 डॉलर (करीब 13 लाख रुपये) है. घर में उनके साथ पत्नी और तीन बच्चे भी रहते हैं. इसके अलावा वह कई लग्जरी गाड़ियों के मालिक हैं.कोरोना महामारी के दौरान विशाल गर्ग अपनी दयालुता के कारण चर्चा में भी रहे. उन्होंने न्यूयॉर्क सिटी पब्लिक स्कूल के छात्रों की ऑनलाइन लर्निंग को बेहतर बनाने के लिए 20 लाख डॉलर का डोनेशन दिया था.