कानपुर। कानपुर में प्रेम विवाह के दो माह बाद ही पति ने चाकू से गोदकर पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी पति कमरे में ताला लगाकर पैतृक गांव भाग गया। अगले दिन खुद मकान मालिक को हत्या करने की सूचना दी। वारदात पनकी के कछुआ तालाब के पास कटरा मोहल्ले में हुई।
महिला के शरीर पर अनगिनत घाव मिले हैं। मृतका की मां की तहरीर पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस की तीन टीमें आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए रायबरेली रवाना हो गई है। जानकारी के अनुसार, पनकी रतनपुर की रहने वाली गुंजन गौतम (35) की शादी 10 साल पहले सीटीआई मोहल्ले के महेंद्र से हुई थी।
छह महीने बाद ही गुंजन का तलाक हो गया था। इसके बाद से गुंजन किराये पर अलग रहकर एक दवा कंपनी में नौकरी कर अपना गुजारा कर रही थी। एक साल पहले वह कटरा में कामता प्रसाद राजपूत के मकान में किराये पर रहने आई थी। तीन मंजिले मकान में वह सबसे नीचे रहती थी।
तीसरी मंजिल पर रायबरेली के ऊंचाहार के पूरे इमलिया निवासी शिवा गुप्ता रहता था। शिवा पावर हाउस में किसी बिल्डर के साथ काम करता था। धीरे-धीरे दोनों में बातचीत शुरू हुई और प्रेम संबंध हो गए। दोनों ने पहले आर्य समाज मंदिर में शादी की। इसके बाद 13 फरवरी को कोर्ट मैरिज कर ली। सोमवार देर रात पति ने पत्नी को चाकू से गोदकर मार डाला।
गुंजन के पड़ोस में किराये पर रहने वाली शिल्पी शुक्ला ने बताया कि गुंजन का कमरा बंद देख बुधवार को मकान मालिक से अनहोनी की आशंका जताई थी। हालांकि उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इसके बाद वह भी पति के साथ भंडारे के कार्यक्रम में व्यस्त हो गई। दोपहर को शिवा ने मकान मालिक को फोन कर बताया कि मैंने गुंजन की हत्या कर दी है और खुद फंदा लगाने जा रहा हूं। इसके बाद फोन बंद कर लिया। तब मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी।
गुंजन मकान के निचले तल पर रहती थी, जबकि शिवा का कमरा तीसरी मंजिल पर था। शादी के बाद भी दोनों अपने-अपने कमरे में ही रहते थे। हालांकि दोनों का खाना गुंजन अपने कमरे में ही बनाती थी। कमरे छोटे होने के कारण दोनों अलग-अलग रहते थे या कोई अन्य कारण था, इस बिंदु पर भी जांच की जा रही है।
गुंजन की पड़ोसन शिल्पी शुक्ला ने बताया कि शादी के बाद आए दिन शिवा पत्नी गुंजन को पीटता था। वह तलाक देने की बात कहती तो जान से मारने की धमकी देता था। शिल्पी के मुताबिक पड़ोसी होने के नाते गुंजन उसे सारी बात बताती थी। कहती थी कि वह उसके चरित्र पर भी शक करता है। बताया कि गुंजन पहले कामता प्रसाद के दूसरे मकान में रहती थी। एक साल पहले इस मकान में आई थी। उसके आने के कुछ समय बाद शिवा यहां रहने आया था।
पुलिस ने कमरे का ताला तोड़ा तो सामने फर्श पर गुंजन का शव पड़ा था। गुंजन के शरीर पर गाउन था और कपड़े अस्तव्यस्त थे। पास में खाली पर्स भी पड़ा था और ऑफिस ले जाने वाला बैग भी। हालांकि दोनों खाली थे। गुंजन का मोबाइल फोन व अन्य सामान भी गायब था। अलमारी खुली पड़ी थी। बिस्तर पर ढके हुए दाल-चावल रखे थे। मतलब दोनों खाना खाने जा रहे थे। इसी दौरान दोनों में किसी बात पर झगड़ा हुआ और शिवा ने बेरहमी से गुंजन की हत्या कर दी।
पनकी रतनपुर निवासी मंजू गौतम की तीन बेटियां कंचन, ज्योति और गुंजन गौतम थीं। पति की मौत के बाद मंजू बेटियों के साथ रहती थी। इस बीच पति से तलाक होने के कारण गुंजन ने शिवा से प्रेम विवाह कर लिया था। मंजू ने पुलिस को बताया कि उसे नहीं पता था कि बेटी ने दूसरी शादी कर ली है। वह एक साल बाद गुंजन के घर आई है।
कमरे की छानबीन के दौरान पुलिस को कोर्ट मैरिज के सुबूत मिले हैं। वहीं जिस समय वारदात को अंजाम दिया गया, उस समय मकान के ऊपरी मंजिल पर रहने वाला परिवार एक मुंडन में शामिल होने गया था। शिल्पी अपने काम पर गई थी। इसी दौरान शिवा ने वारदात को अंजाम दिया।
आसपास के लोगों ने बताया कि शिवा गांजे का लती था। वह बिना नशे के रह नहीं सकता था। इसकी वजह से अक्सर पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता था। शिल्पी ने बताया कि चरित्र पर शक के चलते शिवा ने कई बार गुंजन का मोबाइल भी कब्जे में लिया था। इस वजह से भी अक्सर मारपीट होती थी।
मकान मालिक ने डायल 112 पर घटना की सूचना दी। इसके बाद पनकी थाना पुलिस के साथ मैं भी मौके पर पहुंचा और शव कब्जे में लेकर जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस की तीन टीमें आरोपी की तलाश में रायबरेली व अन्य स्थानों पर भेजी गईं हैं।