शामली। चौसाना क्षेत्र के गांव दभेड़ी बुजुर्ग के जंगल में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर से निकली चिंगारी से गेहूं की तैयार खड़ी फसल में आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग से करीब 700 बीघा गेहूं की फसल जल गई। इसके अलावा भड़ी मुस्तफाबाद में भी किसानों की 150 बीघा गेहूं की फसल जल गई। बुधवार दोपहर गांव दभेड़ी बुजुर्ग के जंगल में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर की चिंगारी से गेहूं की फसल में आग लग गई। ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन उसने विकराल रूप धारण कर लिया। दमकल की गाड़ी ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक अधिकतर फसल जल चुकी थी।
सूचना पाकर थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह और अहमदगढ़ चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार त्यागी भी मौके पर पहुंचे। वहीं कुछ किसानों ने ट्रैक्टर से खेत की जुताई कर दूसरे खेतों में आग लगने से बचाया। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग से किसानों की करीब 700 बीघा तैयार गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। वहीं खेत में आग लगने की जानकारी मिलने पर किसान हरदीप सिंह को अटैक आ गया। परिजन किसान को अस्पताल ले गए। दभेड़ी तिसंग के ग्राम प्रधान रोमसिंह ने विद्युत विभाग के जेई पर आरोप लगाया कि उन्हें ट्रांसफार्मर में उठी चिंगारी के बारे में अवगत कराया था।
साथ ही लाइन बंद करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने विद्युत लाइन बंद करने से मना कर दिया। आग से हरदीप सिंह की एक सौ बीघा, हरियाणा निवासी दरड के नवतेज व गुरतेज की एक सौ बीघा, शामली के खेड़ी निवासी अनित की पचास बीघा, करनजीत की एक सौ बीघा, शांति पत्नी धर्मपाल, गोविंद पुत्र प्रीतम, ओमपाल पुत्र धर्मपाल, राधेश्याम, प्रभु आदि की फसल जलकर राख हो गई। किसानों ने फसल के जलने पर शासन-प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। उधर, कांग्रेस नेता अश्वनी शर्मा ने भी प्रशासन से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग की।
इसके अलावा चौसाना क्षेत्र के गांव भड़ी मुस्तफाबाद में आग से करीब 150 बीघा फसल जलकर बर्बाद हो गई। किसान कश्मीर सिंह, अफजाल, खलील, तमकीन व मुमताज ने कहा कि फसल को बहुत मेहनत से तैयार किया था, लेकिन कुदरत की मार ने सब खत्म कर दिया। किसानों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।