कानपुर: भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा था। पार्टी का यह फैसला कारगर भी साबित हुआ। पूर्व में जहां कभी भाजपा को उम्मीदवार नहीं मिलते थे, वहां पार्टी ने मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है।
भाजपा ने वार्ड नंबर 73 से एजाज अहमद, 83 से नजमा बेगम, 96 से राबिया खातून, 97 से गुलनाज जहां अंसारी, 99 से मासूमा खातून, 102 से रफत नाज, 105 से फैसल अयूबी, 107 से मीनूखान, 108 से रईस बापू अंसारी, 109 से गुफरान अहमद और वार्ड नंबर 110 से नासिर मूसा को उम्मीदवार बनाया था।
गुफरान अहमद के पर्चा न भर पाने की वजह से केवल दस उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में उतर सके। इन क्षेत्रों में भाजपा ने पहले कभी उम्मीदवार नहीं खड़े किए थे। मुस्लिम उम्मीदवारों को खड़ा करना भाजपा का दांव कोई चमत्कार नहीं कर सका, लेकिन खाली भी नहीं गया। पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों ने झोली में जीत तो नहीं डाली मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में जनाधार बढ़ाने काम जरूर किया।
पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सलीम अहमद के वार्ड नंबर 73 में तो भाजपा उम्मीदवार ने 916 वोट हासिल कर अन्य उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दी। प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि पहले प्रयास में अच्छे नतीजे मिले हैं। मुस्लिम अब तेजी के साथ पार्टी को स्वीकार कर रहे हैं। वहीं इन सीटों पर अधिकांश समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत मिली है।
वोट 73 जाजमऊ दक्षिण एजाज अहमद, 91683 दलेलपुरवा नजमा बेगम, 78496 जाजमऊ दक्षिण राबिया खातून, 570 97 बेकनगंज गुलनाज जहां अंसारी, 76699 चंदारी मासूमा खातून, 255102 बेगमपुरवा रफत नाज, 215105 बाबूपुरवा फैसल अयूबी, 180107 चमनगंज मीनूखान, 495108 तलाक महल रईस बापू अंसारी, 304110 कर्नलगंज नासिर मूसा।