नई दिल्ली। लोन लेना आज के समय में बहुत ही आसान हो गया है। बैंक ही नहीं, ऐप आधारित तमाम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन आपको महज कुछ देर में ही पर्सनल लोन देने को तैयार रहते हैं। आपके स्मार्टफोन की स्क्रीन पर जब-तक इसका विज्ञापन भी दिखाई देता होगा। लेकिन पर्सनल लोन लेना जितना आसान होता है, उसको चुकाने में उतनी ही परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। आमतौर पर ऐसे लोन की ब्याज दर बहुत ऊंची रहती है, जिसके कारण इस लोन पर आने वाले ईएमआई भी अधिक रहती है। ऐसे में आपको कर्ज लेने के पहले खुद से कुछ सवाल पूछना चाहिए। यह आपको कर्ज के जाल में फंसने से बचा सकता है।
पर्सनल लोन लेने से पहले इस बात का सही-सही फैसला करें कि आपको कितना पैसा चाहिए। यदि आपका काम कम पैसे में चल सकता है तो बेहतर होगा कि आप आप किसी मित्र या परिवार के सदस्य से पैसे उधार ले लें। आजकल आसानी से लोन मिल जाता है तो बहुत से लोग जरूरत से अधिक लोन ले लेते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि आप जितने अधिक पैसे उधार लेंगे, उतना ही अधिक आपको ब्याज सहित चुकाना होता है। आप पर्सनल लोन क्यों ले रहे हैं, इस बात पर भी आपकी राय साफ होनी चाहिए। आमतौर पर यह लोन व्यक्तिगत जरूरतों को पूरा करने के लिए लिया जा सकता है। अगर आप सैलरीड इम्प्लॉयी हैं और अपने क्रेडिट स्कोर को बनाने या मजबूत करने के लिए लोन ले रहे हैं तो इसमें कोई दिक्क्त नहीं है।
पर्सनल लोन लेते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि आप कितनी अवधि के लिए लोन ले रहे हैं। अगर आप लोन की अवधि कम रखते हैं तो आपकी ईएमआई बढ़ जाएगी, लेकिन आपको ब्याज कम देना होगा। वहीं लंबी अवधि के लिए लोन लेने का मतलब है कि आपकी EMI तो कम हो जाएगी, लेकिन आपको पैसा अधिक चुकाना पड़ेगा। इस बारे में सोच-समझकर ही कोई फैसला करें।
आज की डेट में लोन लेने का मतलब केवल यह नहीं है कि आप आंख बंद करके पैसा ले लें। आपको ऐसे फाइनेंसर से उधार लेना चाहिए, जिसकी ब्याज दर सबसे कम हो और लेंडिंग प्रोसेस आसान हो। इसके अलावा पर्सनल लोन प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट चार्ज और प्री-पेमेंट पेनाल्टी आदि चीजों के बारे में भी पूरी तरह से जान लें।