कुल्लू। देश-विदेश के सैलानियों, स्थानीय किसानों-बागवानों समेत आम जनता के लिए राहत की खबर है। अब उन्हें भुंतर बैली ब्रिज पर घंटों देर तक जाम में फंसने से जल्द निजात मिलेगी, क्योंकि भुंतर पहुंचने के लिए बजौरा के पास वैकल्पिक डबललेन पुल बन रहा है। इसका काम अप्रैल में पूरा हो जाएगा। इसके बाद पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया जाएगा।
पुल तैयार होने से भुंतर बैली ब्रिज पर दबाव कम हो जाएगा। बजौरा-भुंतर वैकल्पिक डबललेन पुल बनने के तुरंत बाद भुंतर बैली ब्रिज की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा। राज्य राजमार्ग के अधिकारियों के अनुसार इस भुंतर बैली ब्रिज के डबललेन के लिए भी डीपीआर स्वीकृत हो चुकी है। इसके निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। हाथीथान के समीप फोरलेन का थोड़ा सा पैच जैसे ही बनकर तैयार हो जाता है तो भुंतर ब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। इसके निर्माण से पूर्व बजौरा बाईपास पर फोरलेन पुल यातायात के लिए खुलना जरूरी है, जो फोरलेन निर्माण अधिकारियों के अनुसार अप्रैल में यातायात के लिए शुरू हो जाएगा।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी नवीन मिश्रा ने बताया कि बजौरा के समीप फोरलेन पर डबललेन पुल का निर्माण का कार्य जोरों पर है। किसान व बागवान हेम राज, सुरेश, योगराज ने बताया कि वर्तमान में भुंतर बैली पुल पर हजारों की संख्या में वाहन गुजरते हैं। इससे पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती है। इससे घंटों तक जाम लगा रहता है। अब ऐसे में किसानों-बागवानों की फसल समय पर मंडी में पहुंच नहीं पहुंच पाती है। जिससे फसलों के दाम कम मिलते हैं।
भुंतर में पैदल चलने के लिए लोक निर्माण विभाग का एक पैदल पुल है। अगर भुंतर बैली ब्रिज का कार्य आरंभ होता है तो इस छोटे पुल पर दो पहिया वाहनों के लिए अनुमति प्रदान कर दी जाएगी। इससे लोग पर्यटन स्थल कसोल, मणिकर्ण समेत अन्य स्थानों के लिए जा सकेंगे। इसका फायदा सैलानियों को मिलेगा। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता केके शर्मा ने बताया कि भुंतर बैैली ब्रिज राज्य राजमार्ग के अधीन है, जो काफी साल पहले बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था। इस पुल को जल्द डबललेन किया जा रहा है।
बजौरा-भुंतर डबललेन पुल पर यातायात शुरू होते ही भुंतर बैली ब्रिज पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। इससे हजारों किसानों-बागवानों की फसल समय पर सब्जी मंडी भुंतर पहुंच जाएगी। इससे किसानों-बागवानों को फसलों के अच्छे दाम मिलेंगे।
भुंतर बैली ब्रिज पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में बड़े-छोटे वाहनों की आवाजाही रहती है। यह पुल पर्यटन स्थल कसोल व मणिकर्ण पहुंचने के लिए भी अहम है। पुल पर वाहनों की आवाजाही ज्यादा रहती है। इससे पुल के दोनों तरफ वाहनों की कई किलोमीटर तक लंबी कतारें लग जाती हैं। इसमें ज्यादा परेशानी सैलानियों, किसानों-बागवानों को उठानी पड़ती है। इस बैली ब्रिज के साथ ही सब्जी मंडी बनी हुई है।
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि बजौरा-भुंतर बाईपास डबललेन पुल अप्रैल में वाहनों की आवाजाही के लिए बनकर तैयार हो जाएगा। इसका सैलानियों, किसानों-बागवानों और आम जनता को लाभ मिलेगा। इस डबललेन पुल पर यातायात शुरू होते ही भुंतर बैली ब्रिज को डबललेन करने का निर्माण कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समय-समय पर पुल की समस्या के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की जा रही है।