बांदा। बांदा जिले के अतर्रा में शादी के साल भर बाद ही दुधमुंही को आंखों के सामने बिलखता छोड़कर विवाहिता ने फंदा लगाकर जान दे दी। परिजनों ने दिमागी संतुलन ठीक न होने के चलते आत्मघाती कदम उठाने की बात कही है। एक माह पूर्व भी उसने फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की थी, तब घरवालों ने बचा लिया था। मायके पक्ष ने फिलहाल कोई आरोप नहीं लगाया है।
अतर्रा कोतवाली क्षेत्र के कृष्णा नगर मोहल्ला निवासी मोहनी (23) ने सूने घर में सोमवार को दोपहर घर के अंदर फंदा लगा लिया। घटा के समय जेठानी नीतू व सास एक निमंत्रण में गईं थीं। ससुर राजू जानवर चराने खेत गए थे। मामा ससुर मुकेश कुमार ने बताया कि साल भर पहले मोहनी की शादी सुरेश कबीर से हुई थी। दो माह की बच्ची भी है। शादी के बाद से उसका दिमागी संतुलन ठीक नहीं रहता था। एक माह पूर्व उसने फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की थी।
तब घरवालों ने उसे बचा लिया था। उधर, मायके पक्ष आए उसरी पुरवा निवासी चचेरे भाई दिलीप ने बताया कि फिलहाल कोई आरोप नहीं हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। अतर्रा इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया खुदकुशी है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। परिजनों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।