नई दिल्ली। लगभग 13 साल पहले अरबपति मुकेश अंबानी और उनके छोटे भाई अनिल के बीच धीरूभाई अंबानी की वसीयत को लेकर बड़ा विवाद हुआ था। कई दिनों तक यह मामला कोर्ट में भी चला था। धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन को भी कई बार बीच-बचाव करने के लिए सामने आना पड़ा था। बच्चों को उस दौर से ना गुजरना पड़े, इसके लिए मुकेश अंबानी ने समय रहते एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। उन्होंने बच्चों में अपने साम्राज्य का बराबर बंटवारा करने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत करते हुए मुकेश अंबानी ने खुद रिलायंस जियो बोर्ड से इस्तीफा देकर आकाश अंबानी को नया चेयरमैन नियुक्त किया है। मुकेश अंबानी नई जेनरेशन के लिए ऐसा कुछ भी नहीं छोड़ना चाहते हैं, जिसको लेकर भविष्य में बच्चों के बीच विवाद हो।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक दुनिया में 10वीं रैंक के अरबपति धीरे-धीरे अपने साम्राज्य को अपने परिवार के बीच बांट रहे हैं। उद्योगपति मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है और कंपनी की बागडोर बड़े बेटे आकाश को सौंप दी है। इसे 65 वर्षीय अरबपति द्वारा भावी उत्तराधिकारी तैयार करने के रूप में देखा जा रहा है। स्टॉक एक्सचेंज को दिए गए एक आवेदन में रिलायंस जियो इंफोकॉम ने कहा है कि 27 जून को हुई एक बैठक में कंपनी के बोर्ड ने निदेशक मंडल के अध्यक्ष के रूप में गैर-कार्यकारी निदेशक आकाश अंबानी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
ईशा अंबानी को बनाया चेयरपर्सन
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी को Reliance Industries की रिटेल यूनिट का चेयरपर्सन बनाया जाना लगभग तय है। इसकी औपचारिक घोषणा कभी भी हो सकती है। ईशा अंबानी को रिलायंस समूह की रिटेल यूनिट का अध्यक्ष बनाया जाना इस बात का एक और संकेत है कि मुकेश अंबानी उत्तराधिकार की एक सुनियोजित योजना के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
अनंत अंबानी को सोलर एनर्जी का कार्यभार
वहीं, अपने सबसे छोटे बेटे अनंत अंबानी को कुछ महीनों पहले मुकेश अंबानी ने रिलायंस न्यू एनर्जी सोलर और रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी के निदेशक के रूप में नियुक्त किया है। अनंत अंबानी को नई एनर्जी कंपनियों को भी जिम्मेदारी दी गई है, जिन्हें रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) द्वारा कुछ दिनों पहले स्थापित किया गया है।