मुजफ्फरनगर पालिका का सीमा विस्तार कर किए गए परिसीमन से जिले के 5 गांव की पहचान पूरी तरह से समाप्त हो गई। अब इन गांवों को वार्डों के नाम से जाना जाएगा। इन पांच गांवों में सहावली, मन्धेडा, बीबीपुर, खान्जापुर और मीरापुर शामिल हैं। गांव सहावली का वजूद खत्म हुआ है, अब वह शहर का हिस्सा बनकर अलमासपुर द्वितीय के नाम से पहचाना जाएगा। 15 गांवों को इस सीमा विस्तार के बाद शहर में शामिल किया गया है, आबादी वाले 11 गांव इसमें शामिल हैं। इनमें से शहर के 11 वार्ड बनाए गए हैं।
सीमा विस्तार के बाद शहर से सटे 15 गांवों का करीब 4500 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल को पालिका सीमा में शामिल किया गया है। इसमें 11 गांव क्रमश: कूकड़ा, सुजडू, सरवट, सहावली, मन्धेडा, खान्जापुर, वहलना, अलमासपुर, शाहबुद्दीनपुर, मीरापुर और बीबीपुर की आबादी और मुजफ्फरनगर ग्रामीण, शेरनगर, मुस्तफाबाद पचैण्डा सहित 4 गांवों का गैर आबादी वाला जमीनी रकबा शामिल है। पूर्व में शहरी क्षेत्र में 60 वार्ड बनाये गये थे। इस परिसीमन में शहरी क्षेत्र के 50 वार्डों को 43 वार्डों में बांटा गया था और 11 गांवों से 17 वार्ड बनाये गए थे।
शहर से 7 वार्ड खत्म करते हुए वार्डों का क्षेत्रफल बढ़ाया था। इसके बाद इस परिसीमन को निर्वाचन आयोग ने नियमों की अनदेखी होने पर अस्वीकृत कर दिया था। इसके बाद नये आदेशों के तहत फिर से परिसीमन हुआ और इन 60 में से 5 की कटौती कर 55 वार्ड बनाये गये। इसमें कई नये वार्ड बने और कई गांवों की पहचान ही खत्म हो गयी। पूर्व की सूची में सहावली गांव के नाम से एक वार्ड बनाया गया था, लेकिन पुन: परिसीमन में गांव सहावली की पहचान को खत्म करते हुए वार्ड ही समाप्त कर दिया। अब सहावली गांव की नई पहचान वार्ड संख्या अलमासपुर द्वितीय से हो गई है।
पूर्व के परिसीमन में नगर पालिका में 60 वार्ड का नंबरिंग सफर वार्ड संख्या 1 सरवट प्रथम से शुरू होकर वार्ड संख्या 60 लद्दावाला तृतीय पर जाकर समाप्त हो रहा था। नए परिसीमन में शहरी पालिका क्षेत्र में वार्ड संख्या 01 अलमासपुर प्रथम से शुरू होकर वार्ड संख्या 55 खालापार तृतीय पर जाकर समाप्त हो रहा है।
जो गांव अपनी पहचान के साथ वार्ड बने हैं, उनमें भी कटौती हुई है। इनमें कूकडा गांव के तीन वार्ड से दो वार्ड में बांटा गया है, सरवट को पांच वार्डों से दो वार्ड में विभाजित कर दिया गया है। सूजडू को भी तीन वार्डों से दो वार्ड में बांट दिया गया। शाहबुद्दीनपुर गांव को दो वार्ड से एक वार्ड बनाया गया है। अलमासपुर में वार्ड तो 2 ही रखे गये, लेकिन क्षेत्रफल बढ़ाया गया। गांव वहलना में एक ही वार्ड कायम रखा गया है।
वहलना और शाहबुद्दीनपुर ऐसे गांव है, जो पूरे पूरे के वार्ड बनाए गए हैं। पहले इन 06 गांवों में से 17 वार्ड बनाये गये थे और अब इन गांवों को 11 वार्ड में बांटा गया हैं। सूत्रों के अनुसार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के आवास वाले क्षेत्र को भी उसके नाम से ही बरकरार रखा गया है। पूर्व की सूची में उनका एरिया वार्ड 11 कूकड़ा प्रथम में शामिल किया गया था, लेकिन अब कूकड़ा के वार्ड का नया परिसीमन होने पर मंत्री आवास वाला क्षेत्र उसके पूर्व नाम गांधीनगर से ही पहचाना जायेगा। नई सूची में उनका आवास वार्ड संख्या 30 गांधीनगर के नाम से पहचाना जायेगा।
पालिका मुजफ्फरनगर के सीमा विस्तार के बाद 2 बार परिसीमन हुआ, लेकिन दोनों ही परिसीमन में भाजपा के तीन सभासदों के वार्ड से कोई भी छेड़छाड़ नहीं की गई। इन सभासदों के वार्ड का एरिया 22 अक्टूबर को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव की जारी अधिसूचना में जो तय किया गया था, 5 नवंबर को जारी दूसरे परिसीमन की अधिसूचना में भी वही क्षेत्रफल रखा गया है।
सूत्रों के अनुसार पहली अधिसूचना में दक्षिणी रामपुरी को वार्ड संख्या 33 नम्बर दिया गया था, जबकि दूसरी में वार्ड नम्बर 25 हो गया। इसी प्रकार मोहल्ला बंजारान नाम का वार्ड पहली सूची में वार्ड 41 और अब वार्ड 49 हुआ है। इसी प्रकार तीसरे भाजपा नेता का वार्ड पूर्व सूची में गाजावाली वार्ड 49 था और अब वार्ड 23 हुआ।
मुजफ्फरनगर पालिका में सीमा विस्तार के बाद ताजा परिसीमन के अनुसार कई वार्डों का वजूद खत्म कर दिया गया है। जबकि कुछ नये वार्ड सामने आये हैं। खालपार के क्षेत्र को सबसे अधिक वार्ड ही मिलते रहे हैं। इस बार भी खालापार को आठ वार्ड दिए गए हैं। इसी क्षेत्र में शामली रोड स्थित गांव मन्धेडा, मीरापुर और खान्जापुर तथा सूजडू गांव का क्षेत्रफल भी कुछ हद तक शामिल बताया गया है।
22 अक्टूबर की अधिसूचना में भी खालापार को आठ वार्ड ही दिये गये थे। अब नए परिसीमन की बात करें तो शहरी क्षेत्र में जो नये वार्ड नये नाम से सामने आये हैं, उनमें कूकड़ा तृतीय को खत्म करते हुए नया नाम शान्तिनगर दिया गया है। इसी प्रकार गांधीनगर, वर्मा पार्क, सुभाषनगर और आदर्श कॉलोनी भी नए वार्ड के रूप में नए नाम से शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा जिन वार्डों को पूर्व अधिसूचना में शामिल किया गया था, वह नई सूची में नजर नहीं आते हैं। इनमें सहावली, रामपुरी तृतीय, मल्हुपुरा प्रथम, उत्तरी सिविल लाइन द्वितीय, सूजडू तृतीय, गांधी कालौनी उत्तरी, द्वारिकापुरी, घेरखत्ती, पटेलनगर आंशिक को खत्म कर दिया गया है। इसके साथ ही कूकड़ा के पूर्व के तीन वार्डों को खत्म कर दो वार्ड बनाये गये हैं। इसी प्रकार कम्बलवाला के दो वार्ड से एक कर दिया गया और गांव शाहबुद्दीनपुर को भी दो वार्ड से एक वार्ड में विभाजित करते हुए पूरे गांव का एक ही वार्ड बनाया गया है।