वर्ष 2015 में कोर्ट परिसर में विक्की त्यागी की हत्या करने वाले सागर मलिक को किशोर न्याय बोर्ड ने बालिग करार दिया है। काफी समय से सागर मलिक की उम्र को लेकर कानूनी पेंच फंसा हुआ था। 16 फरवरी 2015 को कोर्ट परिसर में गैंगस्टर विक्की त्यागी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी।
विक्की की हत्या करने वाले सागर मलिक निवासी बहावड़ी ने पिस्टल समेत मौके पर ही सरेंडर कर दिया था। इस मामले में विक्की की मां सुप्रभा ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद सागर मलिक के स्वजन ने कोर्ट में उसके नाबालिग होने का दावा किया था। सागर मलिक की उम्र से संबंधित मामले की सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही थी। मंगलवार को किशोर न्याय बोर्ड की मजिस्ट्रेट विभा धामा ने सागर मलिक को विक्की हत्याकांड के समय बालिग होना करार दिया है।
वर्ष 2015 के सबसे चर्चित विक्की त्यागी हत्याकांड में फरार चल रहे अनिल बालियान उर्फ पिंटू माजरा को पुलिस ने पांच साल बाद मुठभेड़ में पकड़ा था। विक्की त्यागी हत्याकांड में सीबीसीआइडी जांच में अनिल का नाम प्रकाश में आया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। कोर्ट में पेशी के दौरान 16 फरवरी, 2015 को कोर्ट परिसर में गैंगस्टर विक्की त्यागी की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारोपित सागर मलिक ने मौके पर ही सरेंडर कर दिया था। विक्की त्यागी हत्याकांड में उसकी मां सुप्रभा देवी ने तीन पुलिसकर्मियों समेत 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बाद में मामले की जांच सीबीसीआइडी को सौंप दी गई थी। सीबीसीआइडी की जांच में अनिल बालियान उर्फ पिटू निवासी माजरा सदरूदीननगर थाना भौराकलां, सईद मुल्ला निवासी लुहारी, बिट्टू निवासी बधाई का नाम प्रकाश में आया था। सीबीसीआइडी ने फरारी के चलते अनिल बालियान, सईद मुल्ला और बिट्टू के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की थी। तब से अनिल बालियान फरार चल रहा था। बीती 3 अक्टूबर 2020 को शहर कोतवाली पुलिस ने अनिल बालियान उर्फ पिंटू माजरा को काली नदी के पास मुठभेड़ में दबोच लिया था। पुलिस ने उससे एक तमंचा और स्कूटी बरामद की थी।