प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी। ने मुजफ्फरनगर के गोयला गांव की बेटी पैरा तीरंदाज ज्योति बालियान से बातचीत की तो वह भावुक हो गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि ज्योति तुम सफल एथलीट, अच्छी बेटी और अच्छी बहन भी हो। तुमने खेल की कोचिंग के साथ घर को संभालने का काम भी किया है। पीएम ने उसका मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि जो मुश्किलों से जूझकर अपना जीवन गढ़ता है उसे सफलता एक दिन जरूर मिलती है।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल संवाद में पैरा ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का उत्साहवर्द्धन किया। जिले के गांव गोयला की पैरा तीरंदाज ज्योति बालियान साईं सेंटर सोनीपत से वर्चुअल संवाद में जुड़ी। उसके परिवार के सदस्य मां-भाई और भतीजा यहां एनआईसी के माध्यम से वर्चुअल संवाद में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज्योति से पूछा कि वह पूरे देश को बताए किस तरह आगे बढ़ी है। ज्योति ने बताया कि वह बहुत ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है। इसके बावजूद पिता ने उसे खेल में आगे बढ़ाया और बागपत जिले में उसे ट्रेनिंग शुरू कराई।
प्रधानमंत्री ने पूछा कि पिता की मौत के बाद जब टूट गई, तो आपने अपने आप को कैसे संभाला। ज्योति ने कहा कि वर्ष 2016 में जब पिता की मौत हुई, तो उसके जीवन और खेल के लिए बड़ा झटका था, लेकिन मेरे कोच कुलदीप ने मुझे सपोर्ट किया। मेरी मां और भाई ने उत्साह बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपकी मां कार्यक्रम में मौजूद हैं। मैं आपकी माता को विशेष प्रणाम करता हूं, जिन्होंने विपरीत हालात में आपको आगे बढ़ाया। आप खेलने के साथ परिवार का भी सहारा बनीं। ज्योति आप सफल एथलीट के साथ, अच्छी बेटी और अच्छी बहन भी हो।
पैरा तीरंदाज में पदक जीतकर आप अपनी मां को सबसे पहले क्या खिलाओगी, ज्योति बोली, मेरी मां को भिंडी बहुत पसंद है, घर जाकर सबसे पहले मां को भिंडी बनाकर खिलाऊंगी। वर्चुअल संवाद में ज्योति की मां मीरादेवी, भाई कुलदीप बालियान और भतीजा तनिष्क बालियान भी मौजूद रहे।