कानपुर. आपने इनसानों के डॉक्टर की लापरवाही से गलत इलाज के कारण मौत के कई मामले सुने होंगे, लेकिन कानपुर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. कानपुर के एक परिवार ने वेटरनरी डॉक्टर के ऊपर गलत इलाज कर तोते की मौत का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं, परिजन तोते का शव लेकर थाने पहुंच गए और पोस्टमॉर्टम करने की अपील की. हालांकि पुलिस ने तोते का पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ थाने में तहरीर दी है.
इतना ही नहीं, परिजन तोते का शव लेकर थाने पहुंच गए और पोस्टमॉर्टम करने की अपील की. हालांकि पुलिस ने तोते का पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया. इसके बाद उन्होंने डॉक्टर के खिलाफ थाने में तहरीर दी है.

मामला कानपुर महानगर के थाना क्षेत्र हनुमंत बिहार का है, जहां हेल्थी पॉ नाम से डॉ अश्विनी कुमार का वेटरनरी क्लीनिक है. जूही निवासी शमशाद अहमद ने बताया कि वह अपने तोते का इलाज कराने के लिए डॉक्टर अश्वनी के पास गए थे. जहां पर उन्होंने उसको गलत दवाई दे दी और 1 घंटे तक ब्लोअर के सामने रखे रहे, जिससे उनके तोते की मौत हो गई. इसके बाद उन्होंने थाने में तहरीर दी है. वहीं, डॉ अश्वनी कुमार सिंह का कहना है कि 12 मार्च को तोते को दिखाने के लिए आया था. दवा दी गई थी. यहां से वैसे ही गया था. दो-तीन दिन तक कोई फॉलोअप के लिए नहीं आया. बाद में तोते की मौत की बात सामने आई है.

किसी क्राइम के होने पर देखने को मिलता है कि अलग-अलग थानों में पुलिस का सीमा विवाद सामने आता है. कुछ ऐसा मामला इसमें भी देखने को मिला. शमशाद पहले तहरीर लेकर किदवई नगर थाने पहुंचा, बाद में यह प्रकाश में आया कि मामला हनुमंत विहार थाने का है. इसके बाद किदवई नगर थाने से तहरीर हनुमंत विहार थाने भेज दी गई है. वहीं, पुलिस ने तहरीर ले ली है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. मामला सही पाया जाने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.